दिल्ली: एटीएम धोखाधड़ी में शामिल तीन लोग गिरफ्तार, 42 लाख रुपये से अधिक की नकदी बरामद

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ANI

पूछताछ के दौरान तीनों ने खुलासा किया कि वे एक समन्वित एटीएम धोखाधड़ी मॉड्यूल के रूप में काम करते थे, जिसमें अरोड़ा जाली एटीएम कार्ड की व्यवस्था करता था, टंडन खाते का विवरण देता था और संधू पैसों की निकासी करता था।

दिल्ली पुलिस ने पश्चिमी दिल्ली जिले में एटीएम धोखाधड़ी में कथित रूप से शामिल तीन लोगों को गिरफ्तार किया है और उनसे 42.57 लाख रुपये से अधिक की नकदी बरामद की है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

पुलिस के अनुसार, 12 नवंबर को जांचकर्ताओं को जानकारी मिली कि एक संदिग्ध, जिसे पहले सीसीटीवी फुटेज में देखा गया था, फर्जीवाड़ा कर पैसे निकालने के लिए तिलक नगर इलाके में एक एटीएम में वापस आएगा। पुलिस ने बताया कि संदिग्ध विष्णु गार्डन निवासी सिमरन संधू (48) को उस समय गिरफ्तार कर लिया गया जब वह स्कूटी से आया और एटीएम से नकदी निकालने लगा।

पुलिस ने संधू के पास से 50,000 रुपये नकद, तीन एटीएम कार्ड, एक मोबाइल फोन और एक स्कूटर बरामद किया। संधू ने जांचकर्ताओं को बताया कि उसने संजीव अरोड़ा उर्फ ​​सनी और विक्की टंडन द्वारा कथित तौर पर दिए गए फर्जी एटीएम कार्ड का इस्तेमाल करके पैसे निकाले।

पुलिस ने बताया कि उसने दावा किया कि उसे हर एटीएम कार्ड से पैसे निकालने पर 1,200 रुपये कमीशन के तौर पर दिए जाते थे। इसके आधार पर पुलिस ने अरोड़ा (51) को गिरफ्तार किया, जो कथित तौर पर एटीएम कार्डों का मुख्य संचालक और आपूर्तिकर्ता है।

पुलिस ने बताया कि उसके पास से 11 एटीएम कार्ड और 42.07 लाख रुपये नकद बरामद किए गए। अधिकारी ने बताया कि अरोड़ा साइबर अपराध को अंजाम देने वाला आदतन अपराधी है और उसे 2016 में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) तथा इस साल की शुरुआत में जबलपुर पुलिस द्वारा साइबर धोखाधड़ी के मामलों में गिरफ्तार किया जा चुका है।

पुलिस ने बताया कि मोती नगर निवासी विक्की टंडन (44) को भी पैसे निकालने के लिए पर्याप्त बैलेंस वाले बैंक खातों की जानकारी देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उसके पास से दो एटीएम कार्ड जब्त किए गए हैं।

टंडन के खिलाफ सीबीआई (2016) और जबलपुर पुलिस (2025) भी मामलों में पूछताछ कर चुकी है। उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान तीनों ने खुलासा किया कि वे एक समन्वित एटीएम धोखाधड़ी मॉड्यूल के रूप में काम करते थे, जिसमें अरोड़ा जाली एटीएम कार्ड की व्यवस्था करता था, टंडन खाते का विवरण देता था और संधू पैसों की निकासी करता था।

पुलिस ने बताया कि दो अन्य संदिग्ध जिनकी पहचान शुभम और महेंद्र के रूप में हुई है, वे फरार हैं और उनका पता लगाने के प्रयास जारी हैं। पुलिस के अनुसार, अब तक ठगी गई 42.57 लाख रुपये की नकदी, 16 एटीएम कार्ड, एक स्कूटर और तीन मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं तथा आगे की जांच जारी है।

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