पंजाब में घोटाले, पेयजल संकट सहित विभिन्न मुद्दे उठे लोस में

पंजाब में 20,000 करोड़ रूपयों का कथित खाद्यान्न घोटाला, पेयजल संकट और सूखे पर सहित विभिन्न मुद्दे उठाते हुए लोकसभा में आज सदस्यों ने गहरी चिंता जताई।

पंजाब में 20,000 करोड़ रूपयों का कथित खाद्यान्न घोटाला, पेयजल संकट और सूखे पर सहित विभिन्न मुद्दे उठाते हुए लोकसभा में आज सदस्यों ने गहरी चिंता जताई और सरकार से तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की। शून्यकाल के दौरान कांग्रेस के रवनीत सिंह बिट्टू ने पंजाब में 20,000 करोड़ रूपयों के कथित खाद्यान्न घोटाले का मुद्दा उठाते हुए कहा कि राज्य में घोटाले के चलते किसानों की हालत बदतर हो गई है क्योंकि बैंकों ने नगद ऋण सीमा तय कर दी है।

उन्होंने बताया कि राज्य में किसानों की आत्महत्या के मामले बढ़ रहे हैं क्योंकि किसान घोटाले की वजह से अपने उत्पाद बेच नहीं पा रहे हैं। उन्होंने इस घोटाले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की। सिंह ने यह भी कहा कि खाद्य मंत्री रामविलास पासवान को इस घोटाले के बारे में एक बयान दे कर देश को बताना चाहिए कि इसके लिए कौन जिम्मेदार है। आप नेता भगवंत मान ने सिंह की मांग का समर्थन किया।

शून्यकाल के दौरान कांग्रेस के ही मुल्लापल्ली रामचंद्रन ने देश के बड़े भाग में लू और सूखे के हालात पर गहरी चिंता जताते हुए कहा कि इससे मनुष्य, पशु और पक्षी सभी गहरे संकट में आ गए हैं और सरकार को इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित करके बड़े पैमाने पर राहत एवं बचाव कार्य चलाने चाहिए। इस पर संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने माना कि देश के कई राज्यों में पेयजल का गहरा संकट बना हुआ है। उन्होंने कहा कि सदस्यों से विचार विमर्श कर सरकार राहत के सभी उपाय करेगी।

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