SC की टिप्पणी पर सामने आया प्रदर्शनकारी किसान का बयान, कही यह अहम बात
रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रदर्शनकारी किसान ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के रोक का कोई फायदा नहीं है क्योंकि यह सरकार का एक तरीका है कि हमारा आंदोलन बंद हो जाए।
नयी दिल्ली। सरकार द्वारा लाए गए नए कृषि कानूनों के अमल पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है। इसके साथ ही अदालत ने एक कमिटी के गठन की बात कही है। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद सिंघु बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे एक किसान का बयान सामने आया है। किसान ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के रोक का कोई फायदा नहीं है क्योंकि यह सरकार का एक तरीका है कि हमारा आंदोलन बंद हो जाए।
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समाचार एजेंसी एएनआई के साथ बातचीत में प्रदर्शनकारी एक किसान ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के रोक का कोई फायदा नहीं है क्योंकि यह सरकार का एक तरीका है कि हमारा आंदोलन बंद हो जाए। यह सुप्रीम कोर्ट का काम नहीं है यह सरकार का काम था, संसद का काम था और संसद इसे वापस ले। जब तक संसद में ये वापस नहीं होंगे हमारा संघर्ष जारी रहेगा।
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उल्लेखनीय है कि कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन 47 दिन से जारी है। न्यायालय ने किसानों की समस्याओं पर चर्चा के लिए चार सदस्यीय समिति बनाई है। जिसमें भूपिंदर सिंह मान, कृषि अर्थशास्त्री अशोक गुलाटी, डॉ प्रमोद कुमार जोशी, अनिल धनवत शामिल हैं। हालांकि, सुनवाई के दौरान किसान संघ समिति के विरोध में थे।
सुप्रीम कोर्ट के रोक का कोई फायदा नहीं है क्योंकि यह सरकार का एक तरीका है कि हमारा आंदोलन बंद हो जाए। यह सुप्रीम कोर्ट का काम नहीं है यह सरकार का काम था, संसद का काम था और संसद इसे वापस ले। जब तक संसद में ये वापस नहीं होंगे हमारा संघर्ष जारी रहेगा: सिंघु बॉर्डर से एक किसान https://t.co/lc1Nf5aQWX pic.twitter.com/7mUbuVYfWu
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 12, 2021
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