बाढ़ से बहाल बिहार, 10 जिलों की 765191 आबादी बाढ से प्रभावित

बाढ़ से बहाल बिहार

एनडीआरएफ 9 वीं बटालियन के कमांडेंट विजय सिन्हा ने बताया कि पश्चिम चंपारण में एनडीआरएफ की टीम द्वारा सिकरहना प्रखंड में बाढ के पानी में फंसे चार ईंट भट्ठा मजदूरों को बचाया गया। मुजफ्फरपुर में स्थानीय ग्रामीणों ने प्रशासन पर उन्हें पर्याप्त राहत प्रदान करने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 57 पर प्रदर्शन किया।

पटना। बिहार के 10 जिलों की 765191 आबादी बाढ़ से प्रभावित हो गयी है जिनमें से 36448 लोगों को सुरक्षित ठिकानों तक पहुंचाया गया है। आपदा प्रबंधन विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक प्रदेश के 10 जिलों सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी चम्पारण, पश्चिम चंपारण एवं खगडिया जिले के 64 प्रखंडों के 426 पंचायतों की 636311 आबादी बाढ से प्रभावित है जहां से हटाये गए 13877 लोग 28 राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं। जल संसाधन विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक बागमती नदी सीतामढी, मुजफ्फरपुर एवं दरभंगा में, बूढी गंडक मुजफ्फरपुर एवं समस्तीपुर में, कमला बलान मधुबनी में, लालबकिया पूर्वी चंपारण में, पुनपुन पटना में, अधवारा सीतामढी में, खिरोई दरभंगा में और महानंदा पूर्णिया में तथा घाघरा सिवान में खतरे के निशान से उपर बह रही है। जल संसाधन विभाग के अनुसार सभी बाढ सुरक्षात्मक तटबंध सुरक्षित हैं। बिहार में बाढ़ के खतरे के मद्देनजर राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 21 टीमों को राज्य के विभिन्न संवेदनशील जिलों में तैनात किया गया है। एनडीआरएफ की इन 21 टीमों से गोपालगंज और पटना जिले में 03-03 टीमें, पश्चिम चम्पारण, पूर्वी चम्पारण, सारण, दरभंगा तथा सुपौल जिले में 02-02 टीमें एवं कटिहार, किशनगंज, अररिया, मधुबनी तथा मुजफ्फरपुर जिले में 01-01 टीम बाढ़ आपदा से निपटने के लिए तैनात की गई हैं। प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री तथा पूर्वी चंपारण जिला मुख्यालय मोतिहारी से भाजपा विधायक प्रमोद कुमार ने डिप्टी कलेक्टर मेघा कश्यप और स्थानीय पार्टी पदाधिकारियों के साथ पूर्वी चंपारण में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। मंत्री ने कहा कि यह नीतीश कुमार सरकार की घोषित नीति है कि आपदाओं से प्रभावित लोगों का राज्य के संसाधनों पर पहला हक है। 

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बाढ प्रभावित लोगों के भोजन और आश्रय की व्यवस्था किए जाने के साथ सभी प्रभावित लोगों को 6,000 रुपये की नकद सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि अगले कुछ दिनों में स्थिति में सुधार होने की संभावना है क्योंकि पडोसी जिला पश्चिम चंपारण स्थित वाल्मीकिनगर बैराज से जलस्राव में कमी आयी है तथा केसरिया एवं संग्रामपुर में तटबंधों में दरारें की अभियंताओं द्वारा मरम्मत की गई है। एनडीआरएफ 9 वीं बटालियन के कमांडेंट विजय सिन्हा ने बताया कि पश्चिम चंपारण में एनडीआरएफ की टीम द्वारा सिकरहना प्रखंड में बाढ के पानी में फंसे चार ईंट भट्ठा मजदूरों को बचाया गया। मुजफ्फरपुर में स्थानीय ग्रामीणों ने प्रशासन पर उन्हें पर्याप्त राहत प्रदान करने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 57 पर प्रदर्शन किया।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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