स्वतंत्रता दिवस मनाना स्वतंत्रता के इतिहास को जिंदा रखता है- मिन्नत गोरखपुरी

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प्रतिरूप फोटो
प्रणव तिवारी । Aug 14 2021 1:48PM

देश के युवाओं में राष्ट्र को बदलने की शक्ति है और हमें अपने राष्ट्र के प्रति सदैव राष्ट्रहित में राष्ट्र की उन्नति के लिए अपना छोटा-छोटा योगदान देना चाहिए।

गोरखपुर। स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम के उपलक्ष्य में हुये कार्यक्रम को संबोधित करते हुए  गोरखपुर शहर के समाजसेवी साहित्यकार लेखक एवं शायर व राष्ट्रीय प्रवक्ता राष्ट्रीय मानवाधिकार संघ -भारत ई.मो.मिन्नतुल्लाह "मिन्नत गोरखपुरी"  ने कहा कि भारत को आजाद हुए 75 वर्ष पूरे होने जा रहे हैं। देश स्वतंत्रता दिवस के महोत्सव में डूबा है, सभी के मन में एक प्रश्न उठता है कि हर वर्ष इस राष्ट्रीय त्यौहार को क्यों बनाया जाता है?

 

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"मिन्नत गोरखपुरी" ने बताया कि गुलाम भारत में लोगों की बहुत ही दयनीय स्थिति थी जिन्हें शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। गुलाम भारत में हमारे पूर्वजों पर अंग्रेजों ने जो जुल्म और अत्याचार किये हैं उनका स्मरण करने मात्र से ही शरीर की रूह तक कांप जाती है। देश को अंग्रेजी हुकूमत से आजाद कराने के लिए हमारे पूर्वजों ने लाखों कुर्बानियां दी हैं। ना जाने कितने माताओं के गोद उजाड़ दिए गये और ना जाने कितनी महिलाएं विधवा हो गई थीं, कितने बच्चे अनाथ हो गए थे तब जाकर के हमें यह आजादी मिली है।

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मिन्नत गोरखपुरी ने कहा कि देश के युवाओं में राष्ट्र को बदलने की शक्ति है और हमें अपने राष्ट्र के प्रति सदैव राष्ट्रहित में राष्ट्र की उन्नति के लिए अपना छोटा-छोटा योगदान देना चाहिए।

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