विरोधी विचारधारा वालों को निशाना बना रही है सरकार : माकपा

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[email protected] । Jan 18 2019 10:00AM

बृहस्पतिवार को माकपा पोलित ब्यूरो के इस बारे में जारी बयान में मोदी सरकार और राज्य सरकारों द्वारा बुद्धिजीवियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को निशाना बनाने का दुश्चक्र जारी रहने का आरोप लगाया गया है।

नयी दिल्ली। माकपा ने केन्द्र की मोदी सरकार पर विरोधी विचारों वालों को निशाना बनाने का आरोप लगाते हुये दलित कार्यकर्ता आनंद तुलतुंबडे के खिलाफ दर्ज किये गये मामले को वापस लेने की मांग की है। भीमा कोरेगांव मामले में आरोपी बनाये गये आईआईएम के पूर्व छात्र की अपील को सोमवार को उच्चतम न्यायालय द्वारा खारिज कर दिया गया । इसके बाद उन्होंने हस्ताक्षर अभियान चलाकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से उनके खिलाफ लगे आरोप वापस लेने की मांग की है। 

बृहस्पतिवार को माकपा पोलित ब्यूरो के इस बारे में जारी बयान में मोदी सरकार और राज्य सरकारों द्वारा बुद्धिजीवियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को निशाना बनाने का दुश्चक्र जारी रहने का आरोप लगाया गया है। पोलित ब्यूरो ने कहा कि दलित और शोषित वर्गों के हितों की आवाज उठाने वालों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। पार्टी ने आरोप लगाया कि असम में बुद्धिजीवी हीरेन गोगोई को भी नागरिकता संशोधन विधेयक का विरोध करने पर उनके खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज कर दिया गया। 

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माकपा ने बुद्धिजीवियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के शोषण की आलोचना करते हुये तुलतुंबडे के खिलाफ दर्ज ‘‘झूठे’’ मामले को वापस लेने की मांग की। उल्लेखनीय है कि पिछले साल प्रधानमंत्री पर कथित हमले के माओवादी षडयंत्र में शामिल होने सहित अन्य आरोपों में कुछ अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं और विचारकों को गिरफ्तार किया गया था। वामदलों ने इसका विरोध करते हुये सरकार पर विरोधी विचारधारा वाले बुद्धिजीवियों को फर्जी मामलों में फंसाने का आरोप लगाया है। 

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