बैंकों का कर्ज हड़पने वालों के नाम उजागर करें सरकार: सीताराम येचुरी

government-should-highlight-the-names-of-the-borrowers-of-the-bank-says-sitaram-yechury
माकपा ने केन्द्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) द्वारा सौ बड़े बैंकिंग घोटालों पर आधारित अपनी रिपोर्ट केन्द्रीय रिजर्व बैंक और जांच एजेंसियों के साथ साझा करने के बावजूद इन घोटालों में शामिल लोगों के नाम सरकार की ओर से उजागर नहीं करने पर सवाल खड़े किये हैं।

नयी दिल्ली। माकपा ने केन्द्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) द्वारा सौ बड़े बैंकिंग घोटालों पर आधारित अपनी रिपोर्ट केन्द्रीय रिजर्व बैंक और जांच एजेंसियों के साथ साझा करने के बावजूद इन घोटालों में शामिल लोगों के नाम सरकार की ओर से उजागर नहीं करने पर सवाल खड़े किये हैं। माकपा नेता सीताराम येचुरी ने बैंकिंग घोटालों से जुड़ी रिपोर्ट सीवीसी द्वारा रिजर्व बैंक, सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय के साथ साझा करने संबंधी मीडिया रिपोर्टों का हवाला देते हुये गुरुवार को सवाल किया कि मोदी सरकार बैंकों से लिया गया कर्ज हड़पने वालों के नाम उजागर क्यों नहीं कर रही है।

येचुरी ने ट्वीट कर कहा, ‘मोदी सरकार सांठगांठ वाले उन पूंजीपति दोस्तों के नाम उजागर क्यों नहीं कर रही है जो जनता के करोड़ों रुपये के देनदार हैं। इनमें से बहुत से कारोबारी जनता का पैसा हड़प चुके हैं और इन्हें देश से जाने भी दिया गया।’ उन्होंने बैंकों के कर्जदार किसानों को वसूली के लिये परेशान किये जाने पर सरकार की आलोचना करते हुये कहा कि मामूली कर्ज की वसूली के लिये किसानों और गरीबों के पीछे समूची व्यवस्था दौड़-भाग करती है। येचुरी ने कहा कि बैंकों द्वारा वसूली के नाम पर गरीबों और किसानों को शर्मिंदा होने पर भी विवश किया जाता है।

Disclaimer:प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


अन्य न्यूज़