हमें जेल से डराने की कोशिश न करें, हमने बंदूकों के खिलाफ लड़ाई लड़ी है: ममता बनर्जी
किसी व्यक्ति या किसी राजनीतिक दल का नाम लिए बिना तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने कहा कि उन्होंने हारना नहीं सीखा है। उन्होंने कहा, ‘‘हमें जेल से डराने की कोशिश न करें, हमने बंदूकों के खिलाफ लड़ाई लड़ी है और चूहों के खिलाफ लड़ने से नहीं डरते।’’
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में बढ़ते राजनीतिक तापमान के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को कहा कि वह किसी से नहीं डरतीं और उन्हें जेल से या किसी अन्य चीज से नहीं डराया जा सकता। उन्होंने कहा कि उनकी मातृबांग्ला ने उन्हें बाघ की तरह लड़ना सिखाया है और वह चूहों से नहीं डरतीं। किसी व्यक्ति या किसी राजनीतिक दल का नाम लिए बिना तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि उन्होंने हारना नहीं सीखा है। उन्होंने कहा, ‘‘हमें जेल से डराने की कोशिश न करें, हमने बंदूकों के खिलाफ लड़ाई लड़ी है और चूहों के खिलाफ लड़ने से नहीं डरते।’’
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मुख्यमंत्री ने यहां अंतरराष्ट्रीय मातृदिवस के अवसर पर एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘जब तक मैं जीवित हूं, मैं किसी डर या धमकी से नहीं डरने वाली।’’ इस कार्यक्रम से पहले केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने मुख्यमंत्री के भतीजे एवं लोकसभा सांसद अभिषेक बनर्जी की पत्नी और साली को रविवार को कोयला चोरी के मामले में नोटिस थमाकर जांच में शामिल होने को कहा। उन्होंने कहा कि वह ऐतिहासिक 21 फरवरी के दिन सभी चुनौतियों को स्वीकार करती हैं। बनर्जी ने कहा, ‘‘(20)21 में मुकाबला होने दीजिए, देखते हैं किसकी शक्ति ज्यादा है, (20)21 में केवल एक खेल होगा और उस मैच में, मैं गोलकीपर रहूंगी तथा देखना चाहती हूं कि कौन जीतता है और कौन हारता है।’’
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मुख्यमंत्री ने किसी का नाम लिए बिना कहा, ‘‘हमने हारना नहीं सीखा है और वे हमें हरा नहीं पाएंगे।’’ पश्चिम बंगाल में आगामी विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए भाजपा और तृणमूल कांग्रेस ने एक-दूसरे के खिलाफ अपनी-अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।
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