Amit Shah ने LG के साथ कर ली J&K की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा, बैठक में नहीं बुलाने से CM Omar Abdullah हुए नाराज

जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के सलाहकार नासिर असलम वानी ने इस बात पर भी आपत्ति जताई है कि दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री की ओर से जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री को नहीं बुलाया गया।
जम्मू-कश्मीर में दो मौतों के बाद सियासत गर्मा गयी है। हम आपको बता दें कि कठुआ जिले में आतंकवाद में शामिल होने के आरोपी 26 वर्षीय व्यक्ति ने पुलिस द्वारा कथित तौर पर परेशान किये जाने के बाद आत्महत्या कर ली। इसके अलावा, बारामूला जिले में एक ट्रक चालक की सेना की गोलीबारी में मौत हो गई। आरोप है कि ट्रक चालक ने बार-बार चेतावनी के बावजूद अपना वाहन रोकने से इंकार कर दिया था और चेकपोस्ट पार करने की कोशिश की थी। इन दोनों मामलों को केंद्र सरकार के समक्ष उठाते हुए मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि इससे स्थानीय लोगों में खुद के अलग-थलग महसूस किये जाने का खतरा है। अब्दुल्ला ने जोर देकर कहा कि दोनों मामलों की समयबद्ध और पारदर्शी तरीके से जांच की जानी चाहिए। वहीं उमर अब्दुल्ला के सलाहकार नासिर असलम वानी ने इस बात पर भी आपत्ति जताई है कि दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री की ओर से जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री को नहीं बुलाया गया। उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि लोग निर्वाचित सरकार से जवाब मांगते हैं लेकिन निर्वाचित सरकार को महत्वपूर्ण बैठक में बुलाया नहीं जाता।
कश्मीरी नेताओं के बयान
जहां तक अब्दुल्ला के बयान की बात है तो आपको बता दें कि उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘इस तरह की घटनाओं से उन लोगों के अलग-थलग पड़ने का खतरा है, जिन्हें हमें सामान्य स्थिति की राह में आगे बढ़ने के लिए अपने साथ लेकर चलने की जरूरत है।’’ अब्दुल्ला ने दोनों घटनाओं को अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण बताया और इस बात पर जोर दिया कि ये घटनाएं नहीं होनी चाहिए थीं। उन्होंने कहा, “स्थानीय लोगों के सहयोग और भागीदारी के बिना जम्मू-कश्मीर में कभी भी पूर्ण शांति और आतंकवाद से मुक्ति नहीं मिल सकेगी।’’
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वहीं, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की नेता इल्तिजा मुफ्ती ने सेना की गोलीबारी में मारे गये ट्रक चालक की घटना को चौंकाने वाला बताया जबकि अपनी पार्टी के नेता अल्ताफ बुखारी ने बारामूला जिले में हुई घटना की जांच की मांग की। मुफ्ती ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “यह चौंकाने वाला है कि कठुआ में ‘ओजीडब्ल्यू’ के रूप में नामित एक नागरिक की हत्या के बाद सोपोर के एक अन्य नागरिक को सेना ने गोली मार दी। कितना अजीब है कि 23 किलोमीटर से अधिक दूरी तक ट्रक का पीछा करने के बाद उन्होंने (सेना के जवानों ने) टायरों पर गोली चलाने का दावा किया लेकिन गोली चालक को जा लगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘क्या कश्मीरियों की जान इतनी सस्ती है? आप कब तक हर किसी पर शक की सुई घुमाकर इस बेलगाम कार्रवाई को उचित ठहराएंगे?’’
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने भी हत्या की निंदा करते हुए इसे ‘बहुत दुर्भाग्यपूर्ण और गंभीर चिंता का विषय’ बताया। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं शांति पहल के लिए हानिकारक हैं, जिससे समाज में भय का माहौल पैदा होता है। उन्होंने एक लिखित बयान में कहा, “निर्दोष व्यक्तियों की हत्या एक सभ्य समाज में बर्बर, अमानवीय और अस्वीकार्य है। सरकार को इस मामले को बहुत गंभीरता से लेना चाहिए और सुनिश्चित करना चाहिए कि किसी भी निर्दोष की जान न जाए।’’
अमित शाह की बैठक
जहां तक दिल्ली में गृह मंत्री की हालिया बैठक की बात है तो हम आपको बता दें कि अमित शाह ने बुधवार को सभी सुरक्षा एजेंसियों को जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई तेज करने का निर्देश दिया ताकि ‘शून्य घुसपैठ’ के लक्ष्य को हासिल किया जा सके। शाह ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति पर दो दिन में दो उच्च स्तरीय समीक्षा बैठकों की अध्यक्षता करते हुए कहा था कि नरेन्द्र मोदी सरकार के निरंतर और समन्वित प्रयासों के कारण केंद्र शासित प्रदेश में आतंक का पारिस्थितिकी तंत्र कमजोर हो गया है। उन्होंने सभी सुरक्षा एजेंसियों से घुसपैठ और आतंकवादी कृत्यों पर सख्ती के दृष्टिकोण के साथ और अधिक कठोर कार्रवाई करने का निर्देश देते हुए कहा कि इसका लक्ष्य आतंकवादियों के अस्तित्व को जड़ से उखाड़ फेंकना होना चाहिए। शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार जम्मू-कश्मीर से आतंकवाद को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। हम आपको बता दें कि इस बैठक में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन, खुफिया ब्यूरो के निदेशक तपन डेका, पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) नलिन प्रभात, सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी और अन्य शीर्ष सैन्य, पुलिस और नागरिक अधिकारी शामिल थे।
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