Delhi में कांग्रेस कितनी सीटें जीत रही है? एक दशक से नहीं खुल पाया है खाता

Congress
ANI
अभिनय आकाश । Feb 8 2025 10:41AM

एक दशक से भी अधिक समय पहले की बात है जब कांग्रेस दिल्ली में अपना खाता खोलने में कामयाब रही थी। 2013 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने आठ सीटें जीती थीं। पार्टी ने 24.55 फीसदी वोट शेयर हासिल किया था, जबकि बीजेपी को 33.07 फीसदी और आप को 29.49 फीसदी वोट शेयर मिला था।

दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए वोटों की गिनती जारी है और शुरुआती रुझानों में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) रूझानों में अब तक बहुमत का आंकड़ा पार करती नजर आ रही है। सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) जहां 21 सीटों पर आगे चल रही है, वहीं कांग्रेस राष्ट्रीय राजधानी में लगातार तीसरी बार शून्य से आगे नहीं बढ़ती नजर आ रही है। हालांकि  शुरुआती रुझानों में पार्टी बादली सीट से आगे चल रही थी, जो पहले सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार अजेश यादव के पास थी। हालाँकि, खबर लिखे जाने तक भाजपा उम्मीदवार अहीर दीपक चौधरी आगे चल रहे थे। इस विधानसभा सीट से कांग्रेस की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव चुनाव लड़ रहे हैं।

इसे भी पढ़ें: भारत के लिए भिड़ गए पुतिन-ट्रंप! सब Delhi Election Result में लगे थे इधर हो गया बड़ा खेल

10 सालों से खाता खोलने में नहीं रही कामयाब

एक दशक से भी अधिक समय पहले की बात है जब कांग्रेस दिल्ली में अपना खाता खोलने में कामयाब रही थी। 2013 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने आठ सीटें जीती थीं। पार्टी ने 24.55 फीसदी वोट शेयर हासिल किया था, जबकि बीजेपी को 33.07 फीसदी और आप को 29.49 फीसदी वोट शेयर मिला था। आप लगातार तीसरी बार सत्ता हासिल करने का लक्ष्य लेकर चल रही है, जबकि भाजपा राष्ट्रीय राजधानी में दो दशक से अधिक समय के बाद सत्ता में वापसी के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। जारी ज्यादातर एग्जिट पोल में बीजेपी को आप पर बढ़त दी गई है। हालांकि, आप नेताओं ने कहा कि एग्जिट पोल ने ऐतिहासिक रूप से पार्टी के प्रदर्शन को कम करके आंका है। उन्होंने सत्ता में वापसी का भरोसा जताया। 

इसे भी पढ़ें: 'और लड़ो आपस में', दिल्ली चुनाव रुझानों के बाद उमर अब्दुल्ला का इंडिया ब्लॉक पर तंज

आप ने किया सफाया

आप ने 2015 के विधानसभा चुनावों में भाजपा और कांग्रेस दोनों को हराकर दिल्ली के राजनीतिक मानचित्र पर अपना प्रभुत्व स्थापित किया, 70 विधानसभा सीटों में से 67 सीटें जीतीं। पार्टी ने 2020 में 62 सीटें जीतकर और विपक्षी भाजपा और कांग्रेस को हराकर फिर से अपनी सरकार बनाई। आम आदमी पार्टी की जीत से दिल्ली में केजरीवाल का दबदबा स्थापित होगा और राष्ट्रीय स्तर पर उनका राजनीतिक कद बढ़ेगा। हालाँकि, अगर भाजपा चुनाव जीतती है, तो वह न केवल 27 साल के लंबे अंतराल के बाद दिल्ली की सत्ता में वापस आएगी, बल्कि एक दशक से चली आ रही AAP और केजरीवाल के जादू को तोड़ने में भी सफल होगी।

All the updates here:

अन्य न्यूज़