India Covid Cases| भारत पर फिर मंडरा रहा कोविड का साया, इन राज्यों में बढ़े मामले

तमिलनाडु में भी मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। पुडुचेरी में 12 नए मामले सामने आए हैं। चेन्नई में, डॉक्टरों का कहना है कि शुरुआत में मौसमी फ्लू के कारण होने वाले मामले तेजी से कोविड-19 के रूप में सामने आ रहे हैं। कुछ अस्पतालों ने वर्तमान लहर के दौरान संक्रमण के जोखिम को कम करने के लिए अंग प्रत्यारोपण और हृदय प्रक्रियाओं सहित वैकल्पिक सर्जरी को स्थगित कर दिया है।
कोरोना वायरस संक्रमण के मामले फिर से देखने को मिल रहे है। कोरोना वायरस संक्रमण के मामले भारत के कई राज्यों में फैलने लगे है। कोरोना के बढ़ते मामलो को देखते हुए अब स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को भी सतर्क रहने पर मजबूर होना पड़ा है। विश्व में हांगकांग और सिंगापुर में कोरोना वायरस के मामले देखने को मिल रहे है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सिंगापुर में कोरोना वायरस संक्रमण का कारण जेएन.1 वेरिएंट से जुड़ा स्ट्रेन बताया गया है। भारत में हाल के सप्ताह में नए मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिली है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की मानें तो देश में एक्टिव मामलों की संख्या 257 पहुंच गई है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुंबई, चेन्नई और अहमदाबाद में भी मामले बढ़े है। स्थानीय अधिकारियों को निगरानी बढ़ाने और एहतियाती उपाय लागू करना पड़ा है।
ऐसी है वर्तमान स्थिति
महाराष्ट्र में कोरोना के मामले बढ़ रहे है। मुंबई कोरोना का केंद्र बिंदु बना हुआ है, जहां अबतक कुल 95 नए मामले दर्ज किए जा चुके है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग की मानें तो जनवरी से अबतक कुल 106 कोरोना वायरस संक्रमण के मामले दर्ज हुए है। कोरोना के ये मामले लगातार बढ़ते जा रहे है। वर्तमान में राज्य में कुल 52 मरीजों का इलाज हो रहा है, जिन्में कोरोना के हल्के लक्ष्ण देखने को मिल रहे है। मुंबई में कुल 16 मरीज अस्पताल में भर्ती है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार कई मरीजों को केईएम अस्पताल से सेवन हिल्स अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है। अगर इन मरीजों में संक्रमण का अन्य जोखिम हो तो उसे सीमित किया जा सके। अधिकारों ने भी परीक्षण प्रोटोकॉल को बढ़ा दिया है। इसके तहत अब इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (आईएलआई) या गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण (एसएआरआई) वाले सभी रोगियों की कोविड-19 के लिए जांच की जा रही है। महाराष्ट्र में अब तक दो कोविड-19 से संबंधित मौतों की भी पुष्टि हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार को एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा कि दोनों मौतें मुंबई में हुईं और इनमें वे लोग शामिल थे जिन्हें पहले से ही स्वास्थ्य संबंधी जटिलताएं थीं। इनमें से एक 59 वर्षीय कैंसर रोगी था, तथा दूसरी 14 वर्षीय लड़की थी जो किडनी रोग से पीड़ित थी। पुणे में स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है। सरकारी अस्पतालों में कोविड-19 का कोई सक्रिय मामला नहीं है। हालाँकि, पुणे नगर निगम कोई भी जोखिम नहीं लेना चाहता है - एहतियात के तौर पर नायडू अस्पताल में 50 बिस्तर आरक्षित कर दिए गए हैं।
तमिलनाडु में कोविड-19 के मामले
तमिलनाडु में भी मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। पुडुचेरी में 12 नए मामले सामने आए हैं। चेन्नई में, डॉक्टरों का कहना है कि शुरुआत में मौसमी फ्लू के कारण होने वाले मामले तेजी से कोविड-19 के रूप में सामने आ रहे हैं। कुछ अस्पतालों ने वर्तमान लहर के दौरान संक्रमण के जोखिम को कम करने के लिए अंग प्रत्यारोपण और हृदय प्रक्रियाओं सहित वैकल्पिक सर्जरी को स्थगित कर दिया है।
कर्नाटक में कोविड-19 के मामले
कर्नाटक में कोविड-19 मामलों में मामूली वृद्धि दर्ज की गई है, स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने पुष्टि की है कि राज्य में वर्तमान में 16 सक्रिय संक्रमण मामले हैं।केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा प्रकाशित राज्यवार आंकड़ों के अनुसार, इनमें से आठ मामले 12 मई के बाद सामने आए हैं। हालाँकि, डेक्कन हेराल्ड की एक रिपोर्ट में स्वास्थ्य विभाग के एक सूत्र का हवाला देते हुए बताया गया है कि मई में कुल मामलों की संख्या 30 के करीब है।
इस वर्ष अब तक कर्नाटक में लगभग 3,500 लोगों के परीक्षण के बाद 40 से अधिक पॉजिटिव मामले दर्ज किए गए हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि सभी मामले हल्के हैं। किसी भी मरीज को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ी और न ही कोई गंभीर जटिलताएं पैदा हुईं, और राज्य स्वास्थ्य विभाग ने आश्वासन दिया है कि चिंता का कोई तत्काल कारण नहीं है।
गुजरात में कोविड-19 के मामले
गुजरात के अहमदाबाद में महीनों तक न्यूनतम गतिविधि के बाद कोविड-19 के दैनिक मामलों में अप्रत्याशित वृद्धि देखी गई है। अहमदाबाद नगर निगम द्वारा जारी आंकड़ों से पता चलता है कि एक ही दिन में सात नए संक्रमण सामने आए - एक ऐसे शहर के लिए यह उल्लेखनीय उछाल है जहां पिछले एक साल से हर महीने औसतन सिर्फ एक मामला सामने आ रहा था। लक्षण वाले व्यक्तियों में वटवा और भोपाल का एक 15 वर्षीय लड़का और गोटा की एक 2 वर्षीय लड़की शामिल हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो स्वास्थ्य अधिकारियों ने पुष्टि की है कि सभी मरीज घर पर ही आइसोलेशन में हैं, तथा उनके नमूने जीनोमिक अनुक्रमण के लिए भेजे गए हैं, ताकि किसी भी संभावित चिंताजनक वैरिएंट की पहचान की जा सके। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आश्वासन दिया है कि भारत में कोविड-19 की स्थिति “नियंत्रण में” है। यह बयान सोमवार, 19 मई को स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक (DGHS) की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक के बाद आया है। सरकारी अधिकारियों का कहना है कि संक्रमण की मौजूदा लहर प्रकृति में हल्की प्रतीत होती है। प्रारंभिक डेटा से पता चलता है कि कोविड-19 के अधिकांश सक्रिय मामले “असामान्य गंभीरता या मृत्यु दर से जुड़े नहीं हैं।” एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘इनमें से लगभग सभी मामले हल्के हैं और इनमें अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि भारत की बड़ी आबादी के सापेक्ष संक्रमण की संख्या बहुत कम है। सूत्रों ने समाचार एजेंसी को बताया, "केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय स्थिति पर बारीकी से नजर रखने में सतर्क और सक्रिय है, तथा यह सुनिश्चित कर रहा है कि सार्वजनिक स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए उचित उपाय किए जाएं।"
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