J&K उपराज्यपाल के सलाहकार ने दविंदर सिंह को ‘भेड़ की खाल में भेड़िया बताया

j-k-lieutenant-governor-advisor-calls-davinder-singh-a-wolf-in-sheep-skin
[email protected] । Jan 14 2020 5:47PM

म्मू कश्मीर के उपराज्यपाल जी सी मुर्मू के सलाहकार फारूक खान ने हिज्बुल मुजाहिद्दीन के दो आतंकवादियों के साथ गिरफ्तार किए गए पुलिस अधिकारी दविंदर सिंह को ‘भेड़ की खाल में भेड़िया’ करार दिया।

जम्मू। जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल जी सी मुर्मू के सलाहकार फारूक खान ने हिज्बुल मुजाहिद्दीन के दो आतंकवादियों के साथ गिरफ्तार किए गए पुलिस अधिकारी दविंदर सिंह को ‘भेड़ की खाल में भेड़िया’ करार दिया। उन्होंने कहा कि सिंह की पहचान करने और उन्हें पकड़ने का श्रेय पुलिस को जाता है जिसका आतंकवाद के खिलाफ हजारों बलिदान का इतिहास रहा है। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों के खिलाफ अभियान केंद्रशासित प्रदेश से इस समस्या का सफाया होने तक जारी रहेगा। पुलिस ने सिंह को हिज्बुल मुजाहिद्दीन के आतंकवादी नवीद बाबा और अलताफ के साथ गिरफ्तार किया गया था। आतंकी संगठन के लिए काम करने वाले एक अज्ञात वकील को भी पकड़ा गया। यहां एक कार्यक्रम के इतर उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि किसी भी संगठन में नाम खराब करने वाले लोग होते हैं। उसकी पहचान करने और साजिश को उजागर करने का श्रेय पुलिस को जाता है।

इसे भी पढ़ें: पाकिस्तान को ऑक्सीजन देने और भारत पर प्रहार करने में कुशल है कांग्रेस: भाजपा

सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी खान ने नब्बे के दशक में आतंकवाद के खिलाफ अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी। उन्होंने मामले में चल रही जांच का ब्यौरा देने से इनकार कर दिया लेकिन कहा कि मामले के सभी पहलुओं को खंगाला जाएगा। उन्होंने कहा कि मामले में छानबीन जारी है और सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।

इसे भी पढ़ें: कश्मीर में सेना की चौकी हिमस्खलन की चपेट में आई, तीन सैनिकों की मौत

गिरफ्तारी पर राजनीतिक प्रतिक्रिया को लेकर उन्होंने कहा ,‘‘मैं उन पर टिप्पणी नहीं करना चाहूंगा लेकिन ऐसी घटनाएं जिसका सीधा असर सुरक्षा पर पड़ता है, इसे राजनीतिक मुद्दा नहीं बनाना चाहिए।’’ सिंह की गिरफ्तारी से पुलिस बल की छवि पर पड़ने वाले असर के बारे में पूछे गए सवाल पर खान ने कहा कि जिन लोगों ने उन्हें गिरफ्तार किया वो भी पुलिसकर्मी ही थे। उन्होंने कहा कि सिंह की गिरफ्तारी से पुलिस की छवि पर कोई असर नहीं पड़ेगा। पुलिस बल में कई लोगों ने शहादत दी है। हजारों लोगों ने प्राण न्यौछावर की है, इसलिए ‘भेड़ की खाल में भेड़िया’ या एक ‘गंदी मछली’ से पुलिस बल की छवि खराब नहीं हो जाती।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़