जहांगीरपुरी हिंसा: अब तक 20 आरोपियों को किया गया गिरफ्तार, क्राइम ब्रांच करेगी मामले की जांच
दिल्ली पुलिस के मुताबिक अब तक 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिसमें दो नाबालिग भी शामिल है। 14 को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था। बाद में छह अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आज 14 लोगों को रोहिणी कोर्ट में दिल्ली पुलिस की ओर से पेश किया गया।
दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जयंती के अवसर पर निकाली गई शोभायात्रा में पथराव और उसके बाद हुई हिंसा को लेकर दो समुदायों में तनाव बढ़ गया है। इन सब के बीच पथराव को लेकर पुलिसिया कार्रवाई लगातार जारी है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक अब तक 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिसमें दो नाबालिग भी शामिल है। 14 को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था। बाद में छह अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आज 14 लोगों को रोहिणी कोर्ट में दिल्ली पुलिस की ओर से पेश किया गया। हिंसा मामले में अंसार और असलम नाम के दो आरोपियों को रोहिणी कोर्ट ने 1 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है जबकि बाकी के 12 आरोपियों को 15 दिन के न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
दिल्ली पुलिस ने दावा किया है कि अंसार और असलम ने ही शोभा यात्रा के बारे में पता किया था और फिर हमले की साजिश रची थी। दिल्ली हिंसा को लेकर क्राइम ब्रांच के स्पेशल सीपी रविंद्र यादव ने कहा कि जिला पुलिस और अपराध शाखा संयुक्त रूप से इस मामले की जांच कर रही है। दिल्ली पुलिस ने कोर्ट से यह भी कहा है कि हमें सीसीटीवी फुटेज को देखना होगा और इस मामले में शामिल अन्य लोगों की पहचान भी करनी होगी। पुलिस के मुताबिक, दो समुदायों के बीच झड़प के दौरान पथराव और आगजनी हुई तथा कुछ वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया गया। रविवार की सुबह जहांगीरपुरी में उस इलाके में भारी पुलिस बल तैनात दिखा, जहां झड़प हुई थी। इस संबंध में एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि स्थिति पर कड़ी नजर रखने के लिए रैपिड एक्शन फोर्स की एक टीम भी तैनात की गई है। उन्होंने कहा कि स्थिति अब नियंत्रण में है।Rohini court sent the two prime accused, Ansar and Aslam to police custody for one day in connection with the Jahangirpuri violence case, later they will be produced to the court. The remaining 12 have been sent to judicial custody (for 14 days): Advocate Vikas Verma pic.twitter.com/mItvVui5o2
— ANI (@ANI) April 17, 2022
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इस मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 307, 120 बी, 147 और अन्य प्रासंगिक धाराओं और शस्त्र अधिनियम की धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी। मोहम्मद असलम (21) के पास से एक पिस्तौल भी बरामद की है, जिसका कथित तौर पर उसने शनिवार शाम अपराध के दौरान इस्तेमाल किया था। मोहम्मद असलम ने एक गोली चलायी थी जो दिल्ली पुलिस के एक उप निरीक्षक को लगी थी। आरोपी द्वारा अपराध में इस्तेमाल की गई पिस्तौल उसके कब्जे से बरामद कर ली गई है। अंसार (35) भी हिंसा के पीछे मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक है। वह पहले हमले के दो मामलों में शामिल पाया गया और उसे निवारक धाराओं के तहत कई बार गिरफ्तार किया गया था और जुआ अधिनियम और शस्त्र अधिनियम के तहत उसके खिलाफ पांच बार मामला दर्ज किया गया था।
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