चीनी विदेश मंत्री से वार्ता के बाद पूर्वी लद्दाख की स्थिति पर बोले जयशंकर, कहा- ‘कार्य प्रगति पर है’

Jaishankar

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को अपने चीनी समकक्ष वांग यी के साथ चर्चा के बाद कहा कि पूर्वी लद्दाख को लेकर भारत और चीन के बीच वर्तमान स्थिति के संबंध में ‘कार्य प्रगति पर है’ हालांकि इसकी गति वांछित स्तर की तुलना में धीमी है।

नयी दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को अपने चीनी समकक्ष वांग यी के साथ चर्चा के बाद कहा कि पूर्वी लद्दाख को लेकर भारत और चीन के बीच वर्तमान स्थिति के संबंध में ‘कार्य प्रगति पर है’ हालांकि इसकी गति वांछित स्तर की तुलना में धीमी है। उन्होंने कहा कि सीमा पर दोनों पक्षों की ओर से भारी संख्या में सैनिकों की तैनाती किए जाने के मद्देनजर भारत और चीन के संबंध ‘सामान्य’ नहीं हैं और सामान्य संबंधों को फिर से बहाल करने के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में शांतिपूर्ण माहौल बनाये जाने की आवश्यकता होगी। जयशंकर ने भारत की यात्रा पर आए चीनी विदेश मंत्री वांग यी के साथ लगभग तीन घंटे तक हुई चर्चा के बाद संवाददाताओं से बातचीत में यह बात कही।

इसे भी पढ़ें: कश्मीरी शख्स को कमरा नहीं देना दिल्ली के इस होटल को पड़ा भारी, पुलिस और OYO ने लिया बड़ा एक्शन

वांग और जयशंकर ने इस बात को रेखांकित किया कि दोनों देशों के बीच पूर्वी लद्दाख गतिरोध के मुद्दे पर वरिष्ठ सैन्य कमांडर के स्तर पर 15 दौर की वार्ता हो चुकी है और इसमें पीछे हटने के संबंध में संघर्ष के कई क्षेत्रों को लेकर प्रगति दर्ज की गई है। विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘ इसे आगे बढ़ाये जाने की जरूरत है क्योंकि पीछे हटने की प्रक्रिया का पूर्ण होना इस पर बातचीत के लिये जरूरी है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं वर्तमान स्थिति के लिए कहूंगा कि ‘कार्य प्रगति पर है’ (वर्क इन प्रोग्रेस)। स्वाभाविक तौर पर यह वांछित स्तर से धीमी रफ्तार से आगे बढ़ रहा है।’’ उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री के साथ उनकी बातचीत इस प्रक्रिया को गति देने पर केंद्रित थी।

इसे भी पढ़ें: दिशा सालियान के माता-पिता ने राष्ट्रपति को लिखा पत्र, केंद्रीय मंत्री राणे के खिलाफ कार्रवाई की अपील की

जयशंकर ने कहा कि चीनी विदेश मंत्री वांग यी के साथ लगभग तीन घंटे तक खुले रूप से वास्तविक एजेंडे पर स्पष्ट और व्यापक तरीके से बात हुई। उन्होंने कहा ‘‘ हमने अपने द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की जो अप्रैल 2020 से चीनी कार्रवाइयों के परिणामस्वरूप प्रभावित हुए हैं। विदेश मंत्री ने कहा ‘‘हमने चीन के विदेश मंत्री को देश की भावना से अवगत करा दिया कि अप्रैल 2020 के पहले की स्थिति बहाल होना सामान्य रिश्ते के लिए जरुरी है।’’ जयशंकर ने पूर्वी लद्दाख में जारी गतिरोध का जिक्र करते हुए कहा कि सीमा पर दोनों पक्षों की ओर से भारी संख्या में सैनिकों की तैनाती की गई है, स्पष्ट रूप से सीमा क्षेत्रों में स्थिति सामान्य नहीं है तथा वहां शांति एवं स्थिरता प्रभावित हुई है। उन्होंने कहा कि सामान्य संबंधों को फिर से बहाल करने के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में शांतिपूर्ण माहौल बनाये जाने की आवश्यकता होगी। उन्होंने कहा कि चीनी विदेश मंत्री के साथ द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर स्पष्टता से बातचीत हुई।

जयशंकर ने कहा ‘‘ अगर आप पूछेंगे कि स्थिति सामान्य है, तब मेरा जवाब होगा कि ‘नहीं, यह सामान्य नहीं है। ’’ उन्होंने कहा कि जब तक इतने बड़े पैमाने पर सीमा पर तैनाती रहेगी, सीमा पर स्थिति सामान्य नहीं होगी। विदेश मंत्री ने कहा ‘‘अभी भी हमारे संघर्ष के क्षेत्र हैं, हमने कुछ ऐसे ही क्षेत्रों में समाधान निकालने में प्रगति की है और आज हमारी बातचीत इसे आगे ले जाने को लेकर हुई।’’ जयशंकर ने शुक्रवार को चीन के अपने समकक्ष वांग यी से मुलाकात की। इस दौरान दोनोंके बीच पूर्वी लद्दाख विवाद और यूक्रेन संकट से पैदा हुई भू-राजनीतिक उथल-पुथल समेत विभिन्न मुद्दों पर व्यापक चर्चा हुई। वांग बृहस्पतिवार की शाम काबुल से दिल्ली पहुंचे थे।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़