न्यायमूर्ति Pritinkar Diwakar रविवार को मुख्य न्यायाधीश की शपथ लेंगे
चौबीस मार्च, 2023 को जारी एक अधिसूचना में राष्ट्रपति ने न्यायमूर्ति प्रितिंकर दिवाकर को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के तौर पर नियुक्त किया। यह नियुक्ति न्यायमूर्ति दिवाकर के कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से प्रभावी होगी।
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल रविवार को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के अदालत कक्ष में न्यायमूर्ति प्रितिंकर दिवाकर को मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ दिलाएंगी। चौबीस मार्च, 2023 को जारी एक अधिसूचना में राष्ट्रपति ने न्यायमूर्ति प्रितिंकर दिवाकर को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के तौर पर नियुक्त किया। यह नियुक्ति न्यायमूर्ति दिवाकर के कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से प्रभावी होगी। अभी तक वह इस उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के तौर पर काम कर रहे थे।
बाइस नवंबर, 1961 को जन्मे न्यायमूर्ति दिवाकर ने जबलपुर के दुर्गापुर विश्वविद्यालय से स्नातक किया। 1984 में उन्होंने अधिवक्ता के तौर पर अपना नामांकन कराया और संवैधानिक, दीवानी और आपराधिक मामलों में वकालत की। उन्होंने सेल, एसबीआई, छत्तीसगढ़ ग्रामीण बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा आदि के लिए स्थायी अधिवक्ता के तौर पर भी काम किया। जनवरी, 2005 में छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय द्वारा उन्हें वरिष्ठ अधिवक्ता के तौर पर नामित किया गया।
वह सात वर्षों तक मध्य प्रदेश स्टेट बार काउंसिल के सदस्य रहे और पांच वर्षों तक छत्तीसगढ़ बार काउंसिल के सदस्य रहे। मार्च, 2009 में उन्हें छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय का न्यायाधीश नियुक्त किया गया। बाद में तीन अक्टूबर, 2018 को उनका स्थानांतरण इलाहाबाद उच्च न्यायालय किया गया और 13 फरवरी, 2023 को उन्हें इलाहाबाद उच्च न्यायालय का कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया।
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