Kartavyapath| मोदी की गारंटी से विकसित भारत का सपना हो रहा साकार

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देश के 12 करोड़ से अधिक घरों में शौचालयों का निर्माण हुआ है, ताकि स्वस्थ भारत का निर्माण हो सके। आयुष्मान भारत योजना से मुफ्त इलाज की गारंटी मिली है। भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप हब बन चुका है।

मोदी की गारंटी विकसित, सशक्त और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के प्रति मोदी जी की संकल्पबद्धता का प्रतिबिंब है। मोदी की गारंटी का अर्थ है विकसित भारत का निर्माण, देश के हर नागरिक का सम्मान और देश के सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहरों का जीर्णोद्धार। देश में मजबूत और विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण हो या सांस्कृतिक पुनरोद्धार , बीते 10 वर्षों में मोदी सरकार की हर गारंटी के पूर्ण होने का साक्षी बने है। इस गारंटी की बदौलत ही देश के करोड़ों लोगों को सम्मानजनक जीने का मौका मिला है।

इस गारंटी के कारण ही देश के तीन करोड़ से अधिक परिवारों को पक्का आवास दिया है। 10 करोड़ से अधिक महिलाओं को गैस कनेक्शन उपलब्ध कराए और धुआंमुक्त जीवन दिया। 14 करोड़ से अधिक लोगों को नल से जल कनेक्शन उपलब्ध कराए, जिससे लोगों तक साफ पानी पहुंचा है। देश के 12 करोड़ से अधिक घरों में शौचालयों का निर्माण हुआ है, ताकि स्वस्थ भारत का निर्माण हो सके। आयुष्मान भारत योजना से मुफ्त इलाज की गारंटी मिली है। भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप हब है। चंद्रमा के साउथ पोल पर सफलतापूर्वक लैंड करने वाला पहला देश। भारत आज हर क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ता जा रहा है।

राम मंदिर का निर्माण हो या सीएए को लागू करना मोदी सरकार ने अपनी सभी गारंटियों को पूरा किया है। दुनिया में भारत को तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में भी काम जारी है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए इस बार चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 400 पार का लक्ष्य साधा है, जिसे प्राप्त करने की ओर वो अग्रसर है। 

मोदी की गारंटी का ही नतीजा है कि जो कहा सो किया साकार हो सकता है। यही कारण है कि मोदी सरकार ने आधुनिक मेडिकल सुविधा के वादे को पूरा किया है। आपको बता दें कि पीएम मोदी ने वर्ष 2016 में बठिंडा एम्स, 2019 में कल्याणी एम्स, 2020 में राजकोट एम्स की आधारशिला रखी थी। बढिंडा में बनने वाले एम्स के लिए लगभग एक हजार करोड़ रुपए की लागत आई है। पीएम मोदी 25 फरवरी 2024 को इन एम्स का वर्चुअल लोकार्पण भी कर चुके है। भटिडा एम्स का निर्माण भटिंडा शहर में 177 एकड़ में लगभग 925 करोड़ रुपये की लागत से हुआ है। इस अस्पताल में 10 स्पेशलिस्ट और 11 सुपर स्पेशलिस्ट विभाग है। यहां 16 अल्ट्रा मॉडर्न ऑपरेशन थिएटर है। अस्पताल में 750 बेड, 100 एमबीबीएस और 60 नर्सिंग सीट्स है। 

वहीं पश्चिम बंगाल के कल्याणी में बनाए गए इस कल्याणी एम्स का निर्माण 179.82 एकड़ जमीन पर हुआ है। इस एम्स को बनाने में 1,754 करोड रुपये की लागत आई है। इस एम्स में 17 सुपरस्पेशियालिटी विभाग है। एम्स में एडवांस स्तर की डायग्नोसिस व आधुनिक लैबोरेट्री की सुविधा उपलब्ध है। प्रशासनिक ब्लॉक के अलावा अमेनिटी ब्लॉक, मेडिकल कॉलेज, हॉस्टल और ऑडिटोरियम की सुविधा भी उपलब्ध है। इस अस्पताल में 950 बेड और 125 मेडिकल सीट है। 

वहीं राजकोट एम्स में 750 बेड की सुविधा है। ये एम्स 201 एकड़ में फैला हुआ है, जिसको बनाने में 1195 करोड़ रुपये की लागत आई है। एम्स कुल 23 ऑपरेशन थिएटर युक्त है।

अस्पताल में मरीजों के लिए आईसीयू, सुपर स्पेशियलिटी बेड समेत 50 मेडिकल सीटें है। ये गुजरात राज्य में बना प्रदेश का पहला एम्स अस्पताल है। बीते 10 वर्षों में मोदी सरकार ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य किए है। रिकॉर्ड कोविड वैक्सिनेशन, जन औषधि केंद्र, जेनरिक दवा का उत्पादन, और नवनिर्मित 15 एम्स अस्पताल ना सिर्फ स्वास्थ्य के क्षेत्र में देश को आधुनिक सुविधा से लैस बनाएंगे बल्कि विकसित भारत के संकल्प का आधार सिद्ध होंगे। 

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