कश्मीर में भीषण ठंड और बर्फबारी के बीच मुठभेड़ में दो आतंकी ढेर । उपराज्यपाल ने लगवाई बूस्टर डोज

Manoj Sinha

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, यातायात-राष्ट्रीय राजमार्ग, शबीर अहमद मलिक ने बताया कि श्रीनगर से यातायात को मंजूरी दी गयी है। पंथियाल और मारूग में भूस्खलनों के बाद सड़कों से मलबे को साफ कराया गया जिसके बाद यातायात को मंजूरी दी गयी।

कश्मीर में इस समय कड़ाके की ठंड पड़ रही है। आज भी कई इलाकों से हिमपात की खबर है जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ है। उत्तर कश्मीर स्थित गुलमर्ग रिज़ॉर्ट में भीषण ठंड के साथ ही घाटी के अधिकतर हिस्सों में न्यूनतम तापमान जमाव बिंदु से नीचे रहा। वहीं जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग रामबन जिले में भारी हिमपात और कई भूस्खलनों के कारण पिछले तीन दिनों तक बंद रहने के बाद सोमवार को यातायात के लिए फिर से खुल गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, यातायात-राष्ट्रीय राजमार्ग, शबीर अहमद मलिक ने बताया कि श्रीनगर से यातायात को मंजूरी दी गयी है। पंथियाल और मारूग में भूस्खलनों के बाद सड़कों से मलबे को साफ कराया गया जिसके बाद यातायात को मंजूरी दी गयी। हम आपको बता दें कि कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाले राजमार्ग को शुक्रवार दोपहर को बंद कर दिया गया था जिससे विभिन्न स्थानों पर 50 से अधिक यात्री वाहन फंस गए थे।

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कश्मीर में मुठभेड़

दूसरी ओर, जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में रविवार को सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए। पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि आतंकवादियों की मौजूदगी की जानकारी मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने कुलगाम जिले के हसनपुरा गांव में घेराबंदी कर तलाश अभियान शुरू किया था। तलाश अभियान के दौरान आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोलियां चला दीं, जिसके बाद बल ने भी जवाबी गोलीबारी की और मुठभेड़ शुरू हो गई। प्रवक्ता ने बताया कि मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए। मुठभेड़ स्थल से हथियार और गोला-बारूद समेत अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई है।

कोरोना के हालात की समीक्षा

इस बीच, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने रविवार को केंद्र शासित क्षेत्र में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा की और जिलों के प्रशासन को तैयारी मजबूत रखने तथा स्वास्थ्य दलों को सभी प्रकार की सहायता उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। मनोज सिन्हा ने यह भी कहा कि कोविड ‘वॉर रूम’ को तत्काल सक्रिय किया जाए ताकि सभी हेल्पलाइन को चालू किया जा सके। कोविड कार्यबल के सदस्यों, उपायुक्तों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों के साथ बैठक में स्थिति की समीक्षा करते हुए उपराज्यपाल ने कहा, ‘‘हमें संक्रमण के मामलों में वृद्धि से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहना चाहिए।’’ उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने नोडल अधिकारियों को निर्देश दिया कि जरूरतमंद लोगों को कोविड किट और अन्य प्रकार की सहायता उपलब्ध कराने के लिए समन्वय सुनिश्चित किया जाए।

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उपराज्यपाल ने बूस्टर डोज लगवाई

इसके साथ ही उपराज्यपाल ने कोविड-19 टीके की एहतियाती खुराक देने के अभियान का शुभारंभ करते हुए खुद भी वैक्सीन की तीसरी डोज लगवाई। उल्लेखनीय है कि आज से देशभर में स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम मोर्चे के कर्मियों तथा 60 वर्ष के अधिक उम्र के अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रस्त लोगों को कोविड-19 टीके की एहतियाती खुराक देना शुरू किया गया है। पूरे कश्मीर में इस अभियान को लोगों की अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। प्रभासाक्षी संवाददाता ने श्रीनगर में एहतियाती खुराक लेने वालों और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों से इस संबंध में बातचीत की। निदेशक स्वास्थ्य सेवा (कश्मीर) डॉ. मुश्ताक अहमद राथर ने पीएचसी जवाहर नगर में बूस्टर टीकाकरण अभियान का उद्घाटन करने के बाद मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के निर्देश पर सभी स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों, अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं के लिए टीकाकरण अभियान शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि सभी आवश्यक व्यवस्था की गई हैं और स्वास्थ्य देखभाल कर्मचारियों से पहले खुद को बचाने का आग्रह किया गया है। उन्होंने कहा कि अगर हमारे स्वास्थ्य देखभाल कर्मी सुरक्षित रहेंगे तो हम जनता को सुरक्षित रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि सभी पात्र आबादी को आगे आना चाहिए और बूस्टर खुराक लेनी चाहिए।

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