मनरेगा में आठ लाख से अधिक प्रवासी श्रमिकों को मिला रोजगार: सचिन पायलट

0 मई को वर्ष 2019-20 में राज्य में जहां 33.02 लाख श्रमिक नियोजित थे वहीं इस वर्ष 42.80 लाख श्रमिक नियोजित हुए हैं। इस प्रकार मनरेगा योजना के तहत इस वर्ष लगभग दस लाख अधिक श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है।
पायलट ने शनिवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा सरपंचों व अन्य जनप्रतिनिधियों के साथ वीडियो कान्फ्रेंस के जरिए संवाद में भाग लिया। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के कारण लागू बंद से जहां रोजगार के लगभग अन्य सभी अवसर बंद हो गये है, ऐसे समय में मनरेगा योजना ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब एवं पिछड़े लोगों के लिए संजीवनी साबित हुई हैं। मनरेगा योजना में रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए विभिन्न राज्यों से लौटे 1.77 लाख प्रवासी श्रमिकों के रोजगार कार्ड भी जारी किये जा चुके हैं।ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग की अलग-अलग योजनाओं के तहत कार्य करवाये जा रहे हैं, जिससे लोगों को रोजगार मिल रहा है। मनरेगा योजना में भी 83 प्रतिशत कार्य व्यक्तिगत लाभ के करवाये जा रहे हैं। pic.twitter.com/E35PFYGUMT
— Sachin Pilot (@SachinPilot) May 30, 2020
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पायलट ने कहा कि प्रदेशभर में भीषण गर्मी का दौर चल रहा है तथा मौसम विभाग द्वारा भी 27 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। इस भीषण गर्मी में मनरेगा श्रमिकों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए केन्द्र सरकार से मांग की गई है कि मनरेगा के तहत श्रमिकों के लिए निर्धारित कार्य समय में कमी की जाये जिससे श्रमिक लगभग 11 बजे तक कार्य निपटा कर घर लौट सकें।
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