मोहन भागवत ने मातृभाषाओं को बढ़ावा पर जोर दिया, बोले- आध्यात्मिक ज्ञान भी जरूरी

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[email protected] । Aug 18 2019 10:21AM

शिक्षा प्रणाली में भारतीयता की आवश्यकता पर जोर देते हुए भागवत ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति आजीविका चलाने के लिये पढ़ता है तो यह शिक्षा नहीं है क्योंकि समाज में ऐसे कई उदाहरण हैं जहां अशिक्षित लोगों ने शिक्षित लोगों को नौकरियां दी हैं।

नयी दिल्ली। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने शनिवार को कहा कि इस धारणा को हमें बदलने की जरूरत है कि सिर्फ अंग्रेजी ज्ञान से ही अच्छा पैसा कमाया जा सकता है। उन्होंने मातृभाषाओं को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि अध्ययन के अन्य विषयों के साथ आध्यात्मिक ज्ञान देने की भी जरूरत है। शिक्षा प्रणाली में भारतीयता की आवश्यकता पर जोर देते हुए भागवत ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति आजीविका चलाने के लिये पढ़ता है तो यह शिक्षा नहीं है क्योंकि समाज में ऐसे कई उदाहरण हैं जहां अशिक्षित लोगों ने शिक्षित लोगों को नौकरियां दी हैं।

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भागवत यहां इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय में आरएसएस से संबद्ध शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास (एसएसयूएन) द्वारा आयोजित दो दिवसीय सम्मेलन के दौरान मौजूद लोगों को संबोधित कर रहे थे। 

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