कानून हाथ में लेने की छूट किसी को नहीं, लेकिन दबाव में कोई कार्रवाई नहीं होगी: योगी

Yogi Adityanath
प्रतिरूप फोटो

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाद्रा के पुलिस हिरासत में लिये जाने के बाद सीतापुर पीएसी के अतिथि गृह में झाड़ू लगाने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, जनता उन्हें इसी लायक (झाड़ू लगाने लायक) बनाना चाहती है।

लखनऊ/गोरखपुर|  उत्तर प्रदेश के लखीमपुर की घटना के आरोपी तथा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा ‘टेनी’ के बेटे की गिरफ्तारी की विपक्ष की मांग पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि कानून हाथ में लेने की छूट किसी को नहीं है, लेकिन किसी के दबाव में कोई कार्रवाई नहीं होगी।

योगी ने शुक्रवार को गोरखपुर में एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में कहा, ‘‘लखीमपुर खीरी की घटना दु:खद और दुर्भाग्यपूर्ण हैं, सरकार उसकी तह तक जा रही है। लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं है, जब कानून सबको सुरक्षा प्रदान करने की गारंटी दे रहा है, तो किसी को भी अपने हाथ में कानून लेने का अधिकार नहीं है, चाहे वह कोई भी हो।’’

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केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा ‘टेनी’ की ओर से दिए गए एक ‘‘धमकी भरे बयान’’ के सवाल पर योगी ने कहा, ‘‘राजनीतिक भाषण और धमकी, दोनों में अंतर होता है। राजनीतिक भाषण राजनीतिक मंचों से होता है और यह केवल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का कोई नेता ही दे रहा हो, ऐसा नहीं है।’’

उन्होंने कहा कि तमाम अन्य नेता भी राजनीतिक भाषण देते हैं, लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि आप किसी की हत्या कर दें। उन्होंने लखीमपुर में विपक्षी दलों के नेताओं को पीड़ित परिवारों से मिलने न दिये जाने पर कहा, हमारे विपक्ष के जो मित्रगण थे, वे कोई सद्भावना के दूत नहीं थे और उनमें से कई चेहरे तो ऐसे हैं जो इस उपद्रव और इस हिंसा के पीछे भी शामिल हैं।

एक बार तथ्‍य सामने आने दीजिए, हम दूध का दूध और पानी का पानी, सबके सामने रखेंगे। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाद्रा के पुलिस हिरासत में लिये जाने के बाद सीतापुर पीएसी के अतिथि गृह में झाड़ू लगाने पर मुख्यमंत्री ने कहा, जनता उन्हें इसी लायक (झाड़ू लगाने लायक) बनाना चाहती है।

योगी ने खीरी यात्रा के मुद़दे पर विपक्ष पर तीखा हमला करते हुए कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी ने कोरोना वायरस काल में एक हजार बसों के नाम पर ट्रक और स्कूटर के नंबर दे दिए थे और मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि जब पहली और दूसरी लहर में उनकी जरूरत थी, तो वे लोग कहां थे। उस समय केवल भाजपा कार्यकर्ता और सरकार ही लोगों के साथ खड़ी थी।’’

योगी ने आरोप लगाया, विपक्षी नेता हिंदुओं और सिखों के बीच दरार पैदा करना चाहते थे, इसलिए मैं कहता हूं कि आंखें खोलो और उनका असली चेहरा देखो। उन्होंने कहा, ‘‘छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और पंजाब के मुख्‍यमंत्री अपना राज्‍य संभाल नहीं पा रहे हैं, लेकिन यहां राजनीति करने आ रहे हैं। उन्हें लखीमपुर के बारे में कोई जानकारी नहीं है, लेकिन चाकरी करनी है तो पीछे-पीछे चले आए।’’

गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र के पुत्र को बचाने की कोशिश के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा कोई वीडियो नहीं है। हमने नंबर भी जारी किया है कि अगर किसी के पास कोई साक्ष्य है, तो उसे इस पर अपलोड करें। अन्‍याय किसी के साथ नहीं होगा। कानून को हाथ में लेने की छूट किसी को नहीं होगी, लेकिन किसी के दबाव में भी कोई कार्रवाई नहीं होगी।’’

उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने व्यवस्था दी है कि गिरफ्तारी से पहले आपके पास पर्याप्त साक्ष्य भी होने चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘हम किसी व्यक्ति के आरोप पर अनावश्यक किसी को गिरफ्तार भी नहीं करेंगे, लेकिन हां अगर कोई दोषी है तो उसे छोड़ेंगे भी नहीं, चाहे वह कोई भी व्यक्ति क्यों न हो।’’

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हमने पूरे उत्तर प्रदेश में यही किया है। जिनके खिलाफ भी साक्ष्य मिले हैं, हमने उनके खिलाफ कार्रवाई करने में कोई गुरेज नहीं किया। लखीमपुर खीरी की घटना में भी सरकार यही कर रही है।’’ समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी पर आरोप लगाया है कि मुख्‍यमंत्री केवल फीता काटते हैं, समझौता पत्रों पर हस्ताक्षर करते हैं लेकिन एक रुपये भी निवेश उत्तर प्रदेश में नहीं आया।

अखिलेश यादव के इस आरोप के जवाब में योगी ने कहा, अखिलेश जी के पास इन बातों को जानने का समय नहीं है, क्योंकि वह एक अमीर आदमी के बेटे हैं। वह दोपहर 12 बजे सोकर उठते हैं और दो बजे तक तैयार होकर चार बजे अपने दोस्तों से मिलते हैं। जब लोगों को उनकी जरूरत थी, तब वह ऑस्ट्रेलिया और लंदन की यात्रा कर रहे थे। ऑस्ट्रेलिया में द्वीप खरीदे होंगे, वहां आराम की जिंदगी जिएं, उन्‍हें कौन रोक रहा है।

उन्होंने कहा, भगवान करे कि वह ऑस्ट्रेलिया के द्वीप में घूमे, मस्ती करें और यूरोप में जाकर अपनी छुट्टियां मनाएं।’’ गौरतलब है कि पिछले रविवार (तीन अक्टूबर) को लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया क्षेत्र में हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी।

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आरोप है कि इन किसानों को वाहन से टक्कर मारी गयी थी। इस मामले में दर्ज प्राथमिकी में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के पुत्र आशीष मिश्रा का नाम भी हैं। उन्हें शुक्रवार को पुलिस के सामने पेश होने को कहा गया था, लेकिन अभी तक वह पेश नहीं हुए हैं।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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