बिजली संकट पर राहुल ने कहा- क्या प्रधानमंत्री को जनता की चिंता नहीं है
प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क । Apr 29 2022 8:09PM
राहुल गांधी ने कहा कि फ़िर कह रहा हूं - यह संकट छोटे उद्योगों को ख़त्म कर देगा, जिससे बेरोज़गारी और बढ़ेगी। छोटे बच्चे इस भीषण गर्मी को बर्दाश्त नहीं कर सकते। अस्पतालों में भर्ती मरीजों की ज़िंदगी दांव पर है। रेल, मेट्रो सेवा ठप होने से आर्थिक नुकसान होगा।
नयी दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कई राज्यों में बिजली की भारी कटौती को लेकर शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और सवाल किया कि क्या उन्हें देश और जनता की फिक्र नहीं है। उन्होंने फेसबुक पोस्ट में कहा, ‘‘20 अप्रैल 2022 को मैंने मोदी सरकार से कहा था कि नफ़रत का बुलडोज़र चलाना बंद करें और देश के बिजली संयंत्र शुरू करें। आज कोयला और बिजली संकट से पूरे देश में त्राहि-त्राहि मची है।’’ राहुल गांधी ने कहा, ‘‘फ़िर कह रहा हूं - यह संकट छोटे उद्योगों को ख़त्म कर देगा, जिससे बेरोज़गारी और बढ़ेगी। छोटे बच्चे इस भीषण गर्मी को बर्दाश्त नहीं कर सकते। अस्पतालों में भर्ती मरीजों की ज़िंदगी दांव पर है। रेल, मेट्रो सेवा ठप होने से आर्थिक नुकसान होगा।’’
उन्होंने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए सवाल किया, ‘‘मोदी जी, आपको देश और जनता की फिक्र नहीं है क्या?’’ उधर, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार ने पिछले सात वर्षों में पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में 250 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है। उन्होंने कहा, ‘‘2014 में पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क मात्र 9.48 रुपये और डीजल पर मात्र 3.56 रुपये था।High Fuel prices - blame states
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 28, 2022
Coal shortage - blame states
Oxygen shortage - blame states
68% of all fuel taxes are taken by the centre. Yet, the PM abdicates responsibility.
Modi’s Federalism is not cooperative. It’s coercive.
डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।
We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:
अन्य न्यूज़