विचारों से हिंसा, संकीर्णता को समाप्त करने का संकल्प लें देशवासी: रामनाथ कोविंद

इस पावन दिन पर हमें संकल्प लेना चाहिए कि अपने विचारों से हिंसा, संकीर्णता और घृणा को समाप्त करके खुद को दूसरों की निस्वार्थ सेवा में समर्पित कर देंगे और प्यार, सौहार्द तथा करुणा जैसे मानवीय मूल्यों का संवर्द्धन करेंगे।
इसे भी पढ़ें: कांग्रेस में नेतृत्व संकट को नकारते हुए बोले खुर्शीद, हर कोई देख सकता है सोनिया-राहुल के लिए समर्थन
राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘इसलिए देशवासी उन्हें प्यार से ‘हिंद दी चादर’ कहते हैं। उनकी शहादत हम सभी को मानवता की सच्ची सेवा के लिए संगठित होने की प्रेरणा देती है।’’ कोविंद ने कहा कि गुरु तेग बहादुर की सीख और उनके कार्य सभी देशवासियों के बीच प्यार और देशभक्ति की भावना फैलाते रहेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘इस पावन दिन पर हमें संकल्प लेना चाहिए कि अपने विचारों से हिंसा, संकीर्णता और घृणा को समाप्त करके खुद को दूसरों की निस्वार्थ सेवा में समर्पित कर देंगे और प्यार, सौहार्द तथा करुणा जैसे मानवीय मूल्यों का संवर्द्धन करेंगे।
अन्य न्यूज़












