दरांग हिंसा के पीछे पीएफआई का हाथ होने का असम का दावा, केंद्र से प्रतिबंध लगाने की मांग

Himanta Biswa Sarma
प्रतिरूप फोटो

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने शनिवार को यहां एक बैठक से इतर कहा, ‘‘सरकार ने पीएफआई पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के लिए केंद्र को एक दस्तावेज भेजा है और इस संगठन के खिलाफ जो कुछ किये जाने की जरूरत है हम कर रहे हैं।’’

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने शनिवार को दावा किया कि दरांग जिले में अतिक्रमण हटाने के दौरान हुई हिंसा में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) का हाथ था। उन्होंने केंद्र सरकार से इस संगठन पर प्रतिबंध लगाने की भी मांग की।

इस घटना में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि 12 साल के एक बच्चे सहित 20 लोग घायल हो गये थे। सरमा ने यहां एक बैठक से इतर कहा, ‘‘सरकार ने पीएफआई पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के लिए केंद्र को एक दस्तावेज भेजा है और इस संगठन के खिलाफ जो कुछ किये जाने की जरूरत है हम कर रहे हैं।’’

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मुख्यमंत्री ने दावा किया कि इस बारे में खुफिया जानकारी है कि एक कॉलेज लेक्चरर सहित छह लोगों ने पिछले तीन महीनों में गरीब भूमिहीन परिवारों से यह कह कर 28 लाख रुपये एकत्र किये थे कि वे अतिक्रमण हटाने का अभियान रोकने के लिए सरकार को मनाएंगे।

उन्होंने दावा किया कि हटाये गये लोगों को भोजन मुहैया करने के बहाने पीएफआई से जुड़े लोगों ने घटनास्थल का दौरा किया था। मुख्यमंत्री ने मीडिया पर भी ठीकरा फोड़ा और दावा किया कि उसने झड़प में एक पक्ष का साथ दिया।

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