PM मोदी के मुरीद हुए राजनाथ सिंह, बोले- हर चुनौती का सामना कर पाई विजय, करनी और कथनी के अंतर को किया कम
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आपने महसूस किया होगा कि राजनीति और राजनेता के समक्ष सबसे ज्यादा चुनौती विश्वसनीयता के संकट के रूप में रही है। राजनेताओं की कृति और कथन में अंतर के कारण लोगों का उन पर विश्वास धीरे-धीरे कम होता गया। बहुत कम लोग बातों पर यकीन करते थे।
नयी दिल्ली। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि बीते 7 अक्टूबर को नरेंद्र मोदी को सरकार के प्रमुख के रूप में काम करते हुए 20 साल का समय पूरा हुआ है और मैं इस मामले में सौभाग्यशाली हूं कि जिस समय उन्होंने पहली बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी उस वक्त मैं उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री था और उन्होंने मुझे भी समारोह के लिए आमंत्रित किया था।
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PM ने चुनौती पर विजय प्राप्त की
उन्होंने कहा कि आपने महसूस किया होगा कि राजनीति और राजनेता के समक्ष सबसे ज्यादा चुनौती विश्वसनीयता के संकट के रूप में रही है। राजनेताओं की कृति और कथन में अंतर के कारण लोगों का उन पर विश्वास धीरे-धीरे कम होता गया। बहुत कम लोग बातों पर यकीन करते थे। मैं कह सकता हूं कि आजाद भारत की राजनीति में मोदी ने बहुत बड़ा काम किया और उन्होंने विश्वसनीयता के संकट को चुनौती के तौर पर स्वीकार किया है। इस चुनौती पर उन्होंने विजय भी प्राप्त की।You might have felt that in independent India, the biggest challenge before politics and politicians has been crisis of credibility. Due to the difference between words & deeds of politicians, people's trust on them lessened gradually: Defence Minister Rajnath Singh, in Delhi pic.twitter.com/APacD2E2qI
— ANI (@ANI) October 29, 2021
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रक्षा मंत्री ने कहा कि नरेंद्र मोदी जी के जीवन में बहुत सी चुनौतियां आई हैं लेकिन उन्होंने कभी अपने घुटने नहीं टेके बल्कि उन्होंने विजय प्राप्त की है। उनके बारे में मैं यह भी कह सकता हूं कि उन्होंने जिस तरह से चुनौतियों का सामना किया है वह प्रभावी नेतृत्व और कुशल शासन की एक केस स्टडी है। मैं तो चाहूंगा और शिक्षा के क्षेत्र में भी काम करने वाले लोग यह विचार कर सकते हैं कि प्रबंधन के स्कूल में सचमुच इसे केस स्टडी के रूप में पढ़ाया जाए।
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