भाजपा कार्यकर्ताओं से बोले PM मोदी- हमने राजनीति में सत्ता को सेवा का माध्यम माना, लाभ का नहीं
समाज की अन्य संगठनों ने भी अच्छा काम किया है, वे भी अभिनंदन के अधिकारी हैं। एक ऐसे समय में जब दुनिया में सब अपने आपको बचाने में लगे हों, आप सबने अपनी चिंता छोड़कर खुद को गरीबों, जरूरतमंदों की सेवा में समर्पित कर दिया है। ये सेवा का बहुत बड़ा उदाहरण है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी के एक कार्कक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा के सेवा कार्यक्रमों की इतनी बड़ी व्यापकता, इतनी बड़ी विविधता, इतने बड़े स्केल पर, इतने लंबे समय तक सेवा, मुझे लगता है कि ये मानव इतिहास का सबसे बड़ा सेवा यज्ञ है। उन्होंने कहा कि कोरोना की लड़ाई में इस सेवा यज्ञ ने बहुत बड़ी ताकत दी है। एक राजनीतिक दल के रूप में आपने जो काम किया, उसके लिए आप बधाई के पात्र हैं। समाज की अन्य संगठनों ने भी अच्छा काम किया है, वे भी अभिनंदन के अधिकारी हैं। एक ऐसे समय में जब दुनिया में सब अपने आपको बचाने में लगे हों, आप सबने अपनी चिंता छोड़कर खुद को गरीबों, जरूरतमंदों की सेवा में समर्पित कर दिया है। ये सेवा का बहुत बड़ा उदाहरण है।
लॉकडाउन के दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए राहत कार्यों की समीक्षा करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जनसंघ और बीजेपी के जन्म का मूलतः उद्देश्य ही यही था कि हमारा देश सुखी कैसे बने, समृद्ध कैसे बने। इसी मूल प्रेरणा के साथ, भारतीयता की प्रेरणा के साथ, सेवा की भावना के साथ हम राजनीति में आये। हम लोगों ने राजनीति में सत्ता को सेवा का माध्यम माना, हमने कभी भी सत्ता को अपने लाभ का माध्यम नहीं बनाया। निस्वार्थ सेवा ही हमारा संकल्प और संस्कार रहा है। जिसकी हम सेवा करते हैं, उसका सुख ही हमारा संतोष है। इसी भावना से गरीबों के प्रति, इसी समभाव और ममभाव से हमारे कार्यकर्ताओं ने इतने कठिन समय में सेवा ही संगठन का इतना बड़ा अभियान चलाया।हम लोगों ने राजनीति में सत्ता को सेवा का माध्यम माना, हमने कभी भी सत्ता को अपने लाभ का माध्यम नहीं बनाया। निस्वार्थ सेवा ही हमारा संकल्प और संस्कार रहा है: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी https://t.co/QoB654rjbX
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 4, 2020
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मोदी ने कहा कि दुनिया की नजरों में आप कोरोना काल में काम कर रहे थे, लेकिन मैं अपनी बात करूं तो आप खुद को कसौटी पर कस रहे थे। आप अपने आदर्शों के बीच खुद को तपा रहे थे। एक आफत आई तो आपने उसको अवसर में बदल दिया। अवसर ये कि आप ज्यादा से ज्यादा लोगों की सेवा कर सकें, ज्यादा से ज्यादा लोगों की तकलीफ कम कर सकें, उन्हें इस मुसीबत से उबार सकें। जिस पार्टी के इतने सांसद हों, हजारों विधायक हों, फिर भी वो पार्टी और उसका कार्यकर्ता सेवा को प्राथमिकता दे, सेवा को ही अपना जीवन मंत्र माने, भाजपा के कार्यकर्ता के नाते मुझे बहुत गर्व होता है कि हम सब ऐसे संगठन के सदस्य हैं।
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