प्रधानमंत्री पर आरोप लगाने से पहले कांग्रेस की कारगुजारी देख लें राहुल गांधीः वैभव पंवार

Vaibhav Panwar
दिनेश शुक्ल । Feb 12 2021 10:26PM

वैभव पवार ने कहा कि पं. जवाहरलाल नेहरू की अदूरदर्शिता के कारण 1962 का भारत-चीन युद्ध हुआ और इस युद्ध में भारत को पराजय झेलना पड़ी। यही नहीं, बल्कि इस युद्ध के बाद चीन ने हमारी लगभग 27250 वर्ग कि.मी. जमीन पर कब्जा कर लिया।

भोपाल। ये कांग्रेस की सरकारों की अदूरदर्शिता, अकर्मण्यता और लगातार अनदेखी का ही परिणाम है कि चीन हमारी हजारों वर्ग किलोमीटर भूमि पर काबिज है। चीनी सेना द्वारा सीमा पर पैदा किए गए संकट के दौरान प्रधानमंत्री मोदी की सरकार न केवल चीन के सामने सिर उठाकर खड़ी रही है, बल्कि ये केंद्र सरकार की नीतियों का परिणाम है कि चीन अप्रैल-मई 2020 से पहले की स्थिति पर लौटने को तैयार हो गया है। ऐसे में बेहतर होगा यदि कांग्रेस के नेता राहुल गांधी मोदी सरकार पर ऊंगली उठाने से पहले कांग्रेस की सरकारों की असफलता पर नजर डाल लें। यह बात भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष वैभव पवार ने राहुल गांधी के वक्तव्य पर रोष जाहिर करते हुए कही।

 

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वैभव पवार ने कहा कि पं. जवाहरलाल नेहरू की अदूरदर्शिता के कारण 1962 का भारत-चीन युद्ध हुआ और इस युद्ध में भारत को पराजय झेलना पड़ी। यही नहीं, बल्कि इस युद्ध के बाद चीन ने हमारी लगभग 27250 वर्ग कि.मी. जमीन पर कब्जा कर लिया। वैभव पवार ने कहा कि कांग्रेस की सरकारों की अनदेखी और अकर्मण्यता से चीन की हिम्मत बढ़ती गई और 2008, 2009 और 2012 में भी चीन ने हमारी जमीन को हथियाने का सिलसिला जारी रखा। इस पूरे कालखंड के दौरान देश में कांग्रेस की ही सरकार रही। 

 

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वैभव पवार ने कहा कि मोदी सरकार पर सवाल उठाने से पहले राहुल गांधी को अपनी ही पार्टी से यह सवाल करना चाहिए कि उसकी सरकारें इतने सालों तक क्या करती रहीं? क्यों नहीं चीन को जवाब दिया? पवार ने कहा कि जो पार्टी चीन सरकार से चंदा लेती रही हो, उसमें इतना नैतिक साहस ही नहीं था कि वो चीन के सामने सीना तानकर खड़ी हो सके। वैभव पवार ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने डोकलाम संकट के दौरान पहली बार चीन को यह अहसास कराया था कि अब सीमा पर उसकी मनमानी चलने वाली नहीं है। सरकार का यही रवैया लद्दाख संकट के दौरान भी रहा और केंद्र सरकार की नीतियों तथा दूरदर्शितापूर्वक उठाए गए कदमों का ही नतीजा है कि चीन अप्रैल-मई 2020 के पूर्व की स्थिति यानी फिंगर-8 तक लौटने को तैयार हो गया है। वैभव पवार ने राहुल गांधी के आरोपों को मनगढ़ंत बताते हुए कहा कि भारतीय सेनाए उसी चौकी तक लौट रही हैं, जहां वो इस संकट के शुरू होने के पूर्व थीं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जो चीन को जमीन देने की बात कर रहे हैं, वो कांग्रेस के झूठ फैलाने के अभियान का ही हिस्सा है।   

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