आरएसएस आरक्षण को कुचलना चाहता हैः सोनिया गांधी

''‘छात्रों के बीच बढ़ी कई गुना अशांति’’ को लेकर नरेन्द्र मोदी सरकार पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने यहां आरएसएस के गढ़ में दोहरा प्रहार किया।

नागपुर। '‘छात्रों के बीच बढ़ी कई गुना अशांति’’ को लेकर नरेन्द्र मोदी सरकार पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने यहां आरएसएस के गढ़ में दोहरा प्रहार किया। डॉ. भीम राव अंबेडकर की 125वीं जयंती पर साल भर चले समारोहों के समापन पर सोमवार को यहां कस्तूरचंद पार्क में एक रैली को संबोधित करते हुए सोनिया ने कांग्रेस के लिए दलित विचारक की विरासत और आरक्षण को लेकर आरएसएस में चिंता का जिक्र किया।

उन्होंने कहा कि दक्षिणपंथी संगठन लोकतांत्रिक मूल्यों को नष्ट करने, धर्मनिरपेक्ष ताने बाने में खलल डालने और डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर द्वारा लिखित भारतीय संविधान में काट छांट करने को तुला हुआ है। उन्होंने कहा, ‘‘आरएसएस अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों, ओबीसी और अल्पसंख्यकों के आरक्षण को कुचलना चाहता है जो संविधान से उन्हें मिला हुआ है।’’ आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की ओर संभवत: इशारा करते हुए सोनिया ने कहा कि संघ जब आरक्षण के खिलाफ बात करता है तब वह आरक्षण प्रणाली को एक बड़ा खतरा पैदा कर रहा होता है। सोनिया ने कहा कि कांग्रेस ने अंबेडकर को संविधान की मसौदा समिति का अध्यक्ष नियुक्त कर उन्हें उनका वाजिब हक दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस लोकतांत्रिक मूल्यों को बचाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी और सामाजिक ताने बाने को कुछ ताकतें नष्ट कर रही हैं। कांग्रेस का यह संवैधानिक कर्तव्य है कि वह इन कारणों का संरक्षण करे। आरक्षण के मुद्दे पर अपने भाषण को केंद्रित करते हुए कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार महिलाओं को अपने गांव में शक्ति का इस्तेमाल करने से वंचित रखकर पंचायत स्तर पर महिलाओं से भेदभाव करने वाली है। उन्होंने कहा कि हरियाणा और राजस्थान में भाजपा शासित सरकारें उम्मीदवारों के लिए शिक्षा का एक खास स्तर तय करने के लिए कानून लाने को अमादा हैं।

सोनिया ने कहा कि यह करीब 80 फीसदी दलित महिलाओं को पंचायत चुनाव लड़ने से वंचित कर देगा। मोदी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार उत्तराखंड और अरुणाचल प्रदेश में लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित सरकारों को अस्थिर कर रही है। उन्होंने कहा कि देश में मौजूदा मोदी सरकार के तहत छात्रों में अशांति कई गुना बढ़ गयी है। वहीं, राहुल ने कहा कि संविधान में बदलाव करने की आरएसएस की लगातार कोशिशों के चलते वह राष्ट्र को कमजोर नहीं होने देंगे। उन्होंने देश में छात्र समुदाय में बढ़ती अशांति के लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया। राहुल ने आरोप लगाया कि आरएसएस अपने लोगों को विशेष ड्यूटी अधिकारी (ओएसडी) नियुक्त कर परदे के पीछे से सरकार चला रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार जेवरात पर उत्पाद शुल्क लगाने के मुद्दे से अनुपयुक्त रूप से निपटी जिसके चलते जेवर कारोबारी पिछले 40 दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। राहुल ने कहा कि उनका आज प्रदर्शनकारी स्वर्णकारों से मुंबई के झावेरी बाजार में मिलने का कार्यक्रम है।

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