आरटीआई कार्यकर्ता की हत्याः पूर्व पार्षद समेत दो गिरफ्तार

मुंबई। मुंबई पुलिस ने आज सुबह एक पूर्व पार्षद समेत दो लोगों को 72 वर्षीय आरटीआई कार्यकर्ता की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया है। मुंबई पुलिस उपायुक्त अशोक डूधे ने बताया, ''अमजद खान और उसके पिता रज्जाक खान को आज सुबह भूपेंद्र वीरा की हत्या के आरोपों में गिरफ्तार किया गया। रज्जाक पहले बृहन्मुंबई महानगरपालिका में पार्षद थे। ऐसा लगता है कि जमीन से जुड़े विवाद के कारण खान पिता-पुत्र ने वीरा की हत्या की।’’
रज्जाक खान सांताक्रूज इलाके से कांग्रेस के पार्षद रहे हैं। भूमि माफिया, अनाधिकृत ढांचों और कालिना के अंदर और आसपास अतिक्रमणों के खिलाफ लड़ने वाले वीरा को शनिवार रात को बेहद करीब से गोली मार दी गई थी। जिस समय उन्हें गोली मारी गई, वह उपनगर सांताक्रूज स्थित अपने आवास में टीवी देख रहे थे। मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी ने कहा कि ऐसा संदेह है कि गोली मारने वाले व्यक्ति ने साइलेंसर का इस्तेमाल किया क्योंकि उस समय वीरा की पत्नी भी घर में मौजूद थी और उनका दावा है कि उन्होंने कोई आवाज नहीं सुनी।
पुलिस ने पहले कहा था कि वह इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या वीरा ने अपनी जान को खतरा होने से जुड़ी किसी शिकायत के साथ उनसे संपर्क किया था? मारे गए आरटीआई कार्यकर्ता की एक बेटी और दो बेटे हैं। वीरा के साथ काम कर चुकी सामाजिक कार्यकर्ता और आम आदमी पार्टी की पूर्व नेता अंजलि दमानिया ने रविवार को कहा, वह आधुनिक क्षेत्र प्रबंधन संस्था ‘वॉयस ऑफ कलिना’ और एक नागरिक समूह से जुड़े थे। दमानिया ने उन्हें एक समर्पित कार्यकर्ता बताते हुए कहा, ‘‘वीरा एएलएम के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर कलिना के अंदर और आसपास अतिक्रमणों, अवैध संरचनाओं और भूमि माफियाओं के खिलाफ आरटीआई दायर करके लड़ रहे थे। उन्होंने बृहन्मुंबई महानगरपालिका के लोकायुक्त और पुलिस को कई पत्र लिखकर अवैध संरचनाओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।’’ उन्होंने कहा कि कई कार्यकर्ताओं को धमकियां मिली थीं और वीरा समेत कई कार्यकर्ताओं ने इस संदर्भ में वकोला पुलिस चौकी में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने कहा कि शनिवार सुबह, वीरा ने बीएमसी के अधिकारियों को उसी इलाके में रहने वाले एक स्थानीय गुंडे को चार नोटिस जारी करने के लिए दबाव डाला था।
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