शाह, शबाना समेत 100 मुस्लिम हस्तियों ने किया अयोध्या मामले में पुनर्विचार याचिका का विरोध

shabana-shah-among-100-prominent-muslims-opposing-filing-of-ayodhya-review-plea
[email protected] । Nov 26 2019 2:57PM

अयोध्या मामले को लेकर अभिनेता नसीरूदुद्दीन शाह एवं शबाना आज़मी समेत देशभर की 100 जानी-मानी मुस्लिम शख्सियतों ने अयोध्या पर आए के फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दायर करने का विरोध किया।

नयी दिल्ली। करीब एक दशक से भी ज्यादा समय से चल रहा राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद थम गया। दोनों पक्षों ने शीर्ष अदालत के फैसले का स्वागत किया। लेकिन बाद में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दायर करने का निर्णय किया है।

इस मामले को लेकर अभिनेता नसीरूदुद्दीन शाह एवं शबाना आज़मी समेत देशभर की 100 जानी-मानी मुस्लिम शख्सियतों ने अयोध्या पर आए के फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दायर करने का विरोध किया। इन शख्सियतों ने कहा है कि रामजन्म भूमि-बाबरी मस्जिद मामले के कुछ पक्षकारों का पुनर्विचार दायर करने के फैसला विवाद को जिंदा रखेगा और मुस्लिम कौम को नुकसान पहुंचाएगा।

इसे भी पढ़ें: सुन्नी वक्फ बोर्ड का बड़ा फैसला, अयोध्या मामले पर रिव्यू पिटीशन दाखिल करने से किया इंकार

पुनर्विचार याचिका दायर करने का विरोध करने वाले बयान पर दस्तखत करने वालों में इस्लामी विद्वान, सामाजिक कार्यकर्ता, वकील, पत्रकार, कारोबारी, शायर, अभिनेता, फिल्मकार, थिएटर कलाकार, संगीतकार और छात्र शामिल हैं।

बयान में बताया गया है कि ‘‘हम इस तथ्य पर भारतीय मुस्लिम समुदाय, संवैधानिक विशेषज्ञों और धर्मनिरपेक्ष संगठनों की नाखुशी को साझा करते हैं कि देश की सर्वोच्च अदालत ने अपना निर्णय करने के लिए कानून के ऊपर आस्था को रखा है।’’ 

इसे भी पढ़ें: झारखंड कांग्रेस प्रमुख का आरोप, नाकामी छुपाने के लिए राम मंदिर का मामला उठा रही है भाजपा

बयान में कहा गया है कि इस बात से सहमति रखते हैं कि फैसला न्यायिक रूप से त्रुटिपूर्ण है लेकिन हमारा मजबूती से मानना है कि अयोध्या विवाद को जीवित रखना भारतीय मुसलमानों को नुकसान पहुंचाएगा और उनकी मदद नहीं करेगा। बयान पर दस्तखत करने वालों में शाह, आज़मी, फिल्म लेखक अंजुम राजबली, पत्रकार जावेद आनंद समेत अन्य शामिल हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने 9 नवंबर को अयोध्या मामले पर ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए विवादित 2.77 एकड़ भूमि को रामल्ला विराजमान को दे दी। पांच न्यायाधीशों वाली पीठ ने मस्जिद बनाने के लिए पांच एकड़ जमीन सुन्नी वक्फ बोर्ड को भी देने का आदेश दिया।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़