Howrah के Kazipada में स्थिति शांतिपूर्ण; सीआईडी ने झड़पों की जांच शुरू की

Howrah Kazipara
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पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि क्षेत्र में अभी भी निषेधाज्ञा लागू है। काजीपाड़ा में बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों की तैनाती के बीच सुबह से वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई और दुकानें तथा बाजार भी खुले।

पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले के काजीपाड़ा इलाके में राम नवमी पर शोभायात्रा निकाले जाने के दौरान दो समूहों के बीच हुई झड़प के बाद शनिवार को स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि क्षेत्र में अभी भी निषेधाज्ञा लागू है। काजीपाड़ा में बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों की तैनाती के बीच सुबह से वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई और दुकानें तथा बाजार भी खुले।

अधिकारी ने बताया कि झड़पों की जांच अपने हाथों में लेने के बाद सीआईडी की टीम ने नमूने एकत्र किए और स्थानीय लोगों तथा बृहस्पतिवार को झड़प के दौरान ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों से बातचीत की। काजीपाड़ा में और शिवपुर थाना क्षेत्र में दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा-144 के तहत निषेधाज्ञा अब भी लागू है और इंटरनेट सेवा निलंबित है। पुलिस अधिकारी ने पीटीआई को बताया, ‘‘स्थिति नियंत्रण में और शांतिपूर्ण है। जीवन सामान्य हो रहा है। लेकिन, स्थिति पर नजर रखने के लिए हम अभी भी पुलिसकर्मियों की तैनाती कर रहे हैं।’’

सीआईडी के एक अधिकारी ने बताया कि एजेंसी के अधिकारियों ने मामले की जांच शुरू कर दी है। सीआईडी के अधिकारी ने कहा, ‘‘फिलहाल, हम जांच के बारे में कुछ नहीं बता सकते हें क्योंकि यह प्रारंभिक स्तर पर है।’’ इस बीच, पुलिस ने शुक्रवार-शनिवार की मध्यरात्रि को छापे मारे तथा तोड़फोड़ में शामिल होने के आरोप में कुछ और लोगों को गिरफ्तार किया। झड़पों के सिलसिले में करीब 50 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने कहा, ‘‘हम हिंसा वाले दिन घटनास्थल से मिले वीडियो फुटेज की मदद से उनकी संलिप्तता की पुष्टि कर रहे हैं। अगर वे दोषी पाए जाते हैं, तो कानून के अनुसार उन पर कार्रवाई की जाएगी।’’

बृहस्पतिवार को राम नवमी के दिन शाम को दो समूहों के बीच उस समय झड़प शुरू हो गई थी, जब शोभायात्रा हावड़ा में काजीपाड़ा से गुजर रही थी। हिंसा के दौरान कई दुकानों में लूटपाट की गई थी, जबकि कुछ पुलिस वाहनों समेत कई कारों को आग के हवाले कर दिया गया था। इलाके में शुक्रवार दोपहर को स्थानीय लोगों ने पुलिस पर पथराव किया था, जिसके बाद वहां निषेधाज्ञा लागू कर दी गई थी और इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई थीं।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि हावड़ा में हुई हिंसा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और बजरंग दल जैसे अन्य दक्षिणपंथी संगठन के कार्यकर्ता हथियारों के साथ शामिल थे। हालांकि, भाजपा ने ममता के आरोपों से इनकार किया है और मामले की राष्ट्रीय अन्वेषण एजेंसी (एनआईए) से जांच कराने की मांग की है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हावड़ा में हिंसा को लेकर शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी वी आनंद बोस से फोन पर बात की थी और स्थिति का जायजा लिया था। शाह ने इस संबंध में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार से भी बात की थी।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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