संसद कैंटीन में सांसदों को भोजन पर मिलने वाली सब्सिडी समाप्त, सालाना 8 करोड़ रुपए की होगी बचत

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सूत्रों ने बताया कि सब्सिडी समाप्त किये जाने से लोकसभा सचिवालय को सालाना 8 करोड़ रूपये की बचत हो सकेगी। संसद भवन की कैंटीनों के भोजन के मद का सालाना बिल करीब 20 करोड़ रूपये आता है।

नयी दिल्ली। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मंगलवार को बताया कि संसद की कैंटीन में सांसदों, अन्य को भोजन पर दी जाने वाली सब्सिडी बंद कर दी गई है जिससे अब इन कैंटीनों का भोजन महंगा हो जायेगा। बिरला ने इससे जुड़े वित्तीय पहलुओं के बारे में कोई जानकारी नहीं दी। हालांकि सूत्रों ने बताया कि सब्सिडी समाप्त किये जाने से लोकसभा सचिवालय को सालाना 8 करोड़ रूपये की बचत हो सकेगी। संसद भवन की कैंटीनों के भोजन के मद का सालाना बिल करीब 20 करोड़ रूपये आता है। ये कैंटीन मुख्य रूप से तीन रसोई के जरिये संचालित होते हैं जिसमें से एक मुख्य संसद भवन, दूसरी पुस्तकालय और तीसरी संसदीय सौंध स्थित है। 

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लोकसभा अध्यक्ष ने बजट सत्र की तैयारियों के बारे में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा कि संसद की कैंटीनों के जरिये उपलब्ध कराये जाने वाले भोजन पर सब्सिडी समाप्त कर दी गई है और इससे कई करोड़ रूपये की बचत होगी। उन्होंने कहा कि इससे निश्चित तौर पर कीमतें बढ़ जायेंगी लेकिन फिर भी यह बाजार भाव से कम होगी। यह फैसला राजनीतिक दलों से विचार विमर्श करके लिया गया है। बिरला ने कहा कि उत्तर रेलवे के बजाय अब भारतीय पर्यटन विकास निगम (आईटीडीसी) संसद की कैंटीनों का संचालन करेगा।

सूत्रो के अनुसार,संशोधित दर के अनुसार, चाय पहले की तरह 5 रूपये में, काफी और नींबू की चाय क्रमश: 10 रूपये और 14 रूपये में मिलेंगे। निरामिष थाली 100 रूपये में मिल सकती है जो पहले 60 रूपये में मिलती थी। हालांकि पके हुए भोजन की कीमत के बारे में अभीअंतिम फैसला नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि संसद सत्र शुरू होने से पहले सभी सांसदों से कोविड-19 जांच कराने का अनुरोध किया जाएगा। बिरला ने कहा कि सांसदों के आवास के निकट भी उनके आरटी-पीसीआर कोविड-19 परीक्षण किए जाने के प्रबंध किए गए हैं। 

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लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र, राज्यों द्वारा निर्धारित की गई टीकाकरण अभियान नीति सांसदों पर भी लागू होगी। उन्होंने कहा कि संसद परिसर में 27-28 जनवरी को आरटी-पीसीआर जांच की जाएगी, सांसदों के परिवार, कर्मचारियों की आरटी-पीसीआर जांच के भी प्रबंध किए गए हैं। उन्होंने बताया कि ये परीक्षण संसद भवन परिसर (पीएचसी) में किए जाएंगे।पीएचसी के अलावा अन्य स्थानों पर भी परीक्षण किए जाएंगे जिनमे नॉर्थ एवेन्यू, साउथ एवेन्यू, बीडी मार्ग आदि शामिल हैं। तत्काल कोविड चिकित्सा के लिए सदस्यों को आपातकालीन वार्डआरएमएल अस्पताल में उपलब्ध किए जाएंगे।

बिरला ने कहा कि 29 जनवरी से शुरू होने वाले संसद सत्र के दौरान राज्यसभा की कार्यवाही सुबह नौ बजे से दोपहर दो बजे तक होगी और लोकसभा की कार्यवाही शाम चार से रात आठ बजे तक होगी। उन्होंने कहा कि संसद सत्र के दौरान पूर्व निर्धारित एक घंटे के प्रश्नकाल की अनुमति रहेगी। गौरतलब है कि यह बैठक आगामी बजट सत्र से संबंधित व्यवस्थाओं पर चर्चा के लिए आयोजित की गई थी। सत्र पहले चरण में 29 जनवरी 2021 से 15 फरवरी 2021 तक और दूसरे चरण में 8 मार्च 2021 से 8 अप्रैल 2021 तक चलेगा।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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