महाराष्ट्र की सियासत में जारी है सस्पेंस का दौर, उद्धव बोले- मैं सत्ता का लालची नहीं, पार्टी छोड़ने को तैयार

uddhav
ANI
अंकित सिंह । Jun 24 2022 9:45PM

उद्धव ठाकरे लगातार कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि मैं सत्ता का लालची नहीं हूं और इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं। उन्होंने भाजपा पर धोखा देने का आरोप भी लगाया। नगर सेवकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि शिवसेना के कार्यकर्ता हमारे साथ हैं।

महाराष्ट्र में आज चौथे दिन भी राजनीतिक गहमागहमी जारी है। महाराष्ट्र की राजनीति में आने वाले दिनों में क्या होने वाला है, इसको लेकर अटकलों का दौर जारी है। सवाल यही है कि क्या महा विकास आघाडी की सरकार रहेगी या फिर जाएगी? भाजपा की चुप्पी ने भी महाराष्ट्र की राजनीति में सस्पेंस को बरकरार रखा है। दूसरी ओर उद्धव ठाकरे की ओर से शिवसेना को लगातार एकजुट रखने की कोशिश की जा रही है। उद्धव ठाकरे लगातार कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि मैं सत्ता का लालची नहीं हूं और इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं। उन्होंने भाजपा पर धोखा देने का आरोप भी लगाया। नगर सेवकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि शिवसेना के कार्यकर्ता हमारे साथ हैं।

इसे भी पढ़ें: नाना पटोले बोले- शिवसेना की उंगली पकड़कर बढ़ने वाली भाजपा अब उसे खत्म करने की साजिश में जुटी

पार्टी छोड़ने को तैयार

महाराष्ट्र के CM उद्धव ठाकरे ने कहा कि कांग्रेस-NCP आज हमारा समर्थन कर रही है, शरद पवार और सोनिया गांधी ने हमारा समर्थन किया लेकिन हमारे ही लोगों ने हमारी पीठ में छुरा घोंपा। हमने ऐसे लोगों को टिकट दिया जो जीत नहीं सकते थे और हमने उन्हें विजयी बनाया। उन्हीं लोगों ने हमारी पीठ में छुरा घोंपा। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि मुझे बदनाम करो, पर मेरा परिवार और मातोश्री मंदिर है, इसे बदनाम मत करो। ठाकरे ने कहा कि कुछ दिन पहले मुझे शक हुआ तो मैंने एकनाथ शिंदे को फोन किया और कहा, शिवसेना को आगे ले जाने का अपना कर्तव्य निभाओ, ऐसा करना सही नहीं है। उन्होंने मुझसे कहा NCP-कांग्रेस हमें खत्म करने की कोशिश कर रही है और विधायक चाहते हैं कि हम BJP के साथ जाएं। मैंने उनसे कहा जो विधायक ये चाहते हैं उन्हें मेरे पास लाओ। भाजपा, जिसने हमारी पार्टी, मेरे परिवार को बदनाम किया, वही है जिसके साथ जाने की आप बात कर रहे हैं। ऐसा सवाल ही नहीं उठता। विधायक अगर वहां जाना चाहते हैं तो वे सभी जा सकते हैं। अगर कोई जाना चाहता है - चाहे वह विधायक हो या कोई और - आओ और हमें बताओ और फिर जाओ।  उन्होंने कहा कि अगर आपको लगता है कि मैं बेकार हूं और पार्टी चलाने में असमर्थ हूं, तो मुझे बताएं। मैं खुद को पार्टी से अलग करने के लिए तैयार हूं, आप बता सकते हैं। आपने अब तक मेरा सम्मान किया क्योंकि बालासाहेब ने ऐसा कहा था। अगर आप कहते हैं कि मैं अक्षम हूं, तो मैं इस समय पार्टी छोड़ने को तैयार हूं

शिवसेना का रुख आज थोड़ा आक्रमक नजर आया। आदित्य ठाकरे की ओर से भी बागी विधायकों से इमोशनल अपील की। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि हमने जिन को पाला, आज उन्होंने ही हमें धोखा दिया है। कुल मिलाकर देखें तो कहीं ना कहीं अब शरद पवार की भी सक्रियता बढ़ती दिखाई दे रही है। आज शरद पवार और उद्धव ठाकरे के बीच मातोश्री में लगभग 2 घंटे तक एक अहम और बड़ी बैठक हुई है। इस बैठक में किन मुद्दों पर बातचीत हुई है यह तो पता नहीं चल पाया है, लेकिन कहीं ना कहीं माना जा रहा है कि आगे के रास्तों पर रणनीति इस जरूर बनी होगी। दूसरी ओर भाजपा के देवेंद्र फडणवीस से कल सहयोगी दलों के साथ बैठक करेंगे। वहीं, विधानसभा के उपाध्यक्ष 16 विधायकों के शिवसेना की मांग पर विचार करने के लिए महाराष्ट्र के महाधिवक्ता को बुलाया था। 

इसे भी पढ़ें: महाराष्ट्र: 2 घंटे तक चली उद्धव ठाकरे और शरद पवार की मुलाकात, शनिवार को सहयोगी दलों के साथ बैठक करेंगे फडणवीस

बागी विधायकों से बात करिए

शिवसेना विधायक भास्कर जाधव ने शुक्रवार को पार्टी के नेता संजय राउत से बागी विधायकों को ‘‘चुनौती देने’’ के बजाय उनसे बात करने को कहा है। चिपलुन से विधायक जाधव ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘बागियों से संवाद करिए, यह पता लगाइए कि क्या उनकी शिकायतें सही हैं। मतभेदों को संवाद से हल किया जा सकता है।’’ जाधव उन चंद विधायकों में से एक हैं, जो शिवसेना के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के मंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई में बागी विधायकों के खेमे में शामिल नहीं हुए हैं।

राजनीतिक संकट के कारण विकास कार्य बाधित न हों

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रशासनिक अधिकारियों से कहा कि राज्य में जारी राजनीतिक संकट के कारण लोगों के कल्याण से जुड़े महत्वपूर्ण विकास कार्यों को नहीं रोका जाना चाहिए। शिवसेना के वरिष्ठ नेता एकनाथ शिंदे की अगुवाई में पार्टी केविधायकों के समूह द्वारा पार्टी नेतृत्व के खिलाफ मंगलवार को विद्रोह किए जाने से राज्य में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार संकट में घिर गई है।शिवसेना के अलावा कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी भी इस गठबंधन का हिस्सा हैं। राज्य सचिवालय में संभागीय आयुक्तों, जिलाधिकारियों, नगर आयुक्तों और सरकारी विभागों के सचिवों के साथ समीक्षा बैठक के दौरान उद्धव ठाकरे ने कहा, लोगों के कल्याण से संबंधित महत्वपूर्ण विकास कार्यों को न रोकें। सीधे मुझसे संपर्क करें। मुख्यमंत्री ने नौकरशाहों से कहा कि नागरिकों की शिकायतों को बिना किसी देरी के दूर किया जाना चाहिए। 

इसे भी पढ़ें: शिवसेना में जब हुई बगावत, बाला साहेब ने मोर्चा संभाला और विरोधियों को सबक भी सिखाया, उद्धव अपने पिता से क्या सीख सकते हैं?

पुलिस सतर्क

महाराष्ट्र में पुलिस अधिकारियों ने शिवसेना समर्थकों के विरोध प्रदर्शन किये जाने की आशंका के मद्देनजर पूरे राज्य में अलर्ट जारी किया है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वरिष्ठ नेता एवं मंत्री एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद शिवसेना समर्थकों के विरोध प्रदर्शन किये जाने की आशंका है। राज्य में शिंदे के साथ बागी विधायकों वाले होर्डिंग या बोर्ड को शिवसेना कार्यकर्ताओं द्वारा निशाना बनाने की कुछ घटनाएं सामने आई हैं। एक अधिकारी ने बताया कि सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों और पुलिस आयुक्तों को अलर्ट जारी कर किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए कदम उठाने को कहा गया है। शिवसेना के अधिकतर विधायकों ने एकनाथ शिंदे के प्रति अपनी निष्ठा दिखाई है और इससे मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास आघाड़ी सरकार संकट में फंस गई है।

लग्जरी होटल पर कड़ा पहरा

सभी लोगों की निगाहें गुवाहाटी के बाहरी इलाके में स्थित उस लग्जरी होटल पर टिकी हैं, जहां शिवसेना के एकनाथ शिंदे और उनका समर्थन कर रहे विधायक ठहरे हुए हैं। इस होटल में कड़ा पहरा है और अंदर जो हो रहा है, उसकी भनक तक किसी को नहीं लग रही है। होटल के एक कर्मचारी ने बताया कि होटल अगले एक हफ्ते के लिए कोई नयी बुकिंग नहीं ले रहा है क्योंकि ‘‘हमारे पास कोई खाली कमरा नहीं है।’’ कर्मचारी से होटल के भीतर विधायकों की गतिविधियों के बारे में सवाल पूछने से पहले ही उसने कहा, ‘‘कृपया मुझसे उनके बारे में कोई सवाल मत कीजिए। मैं उस संबंध में कुछ भी नहीं कह सकता हूं।’’ इस होटल में 196 कमरे हैं और अगले कुछ दिनों के दौरान बुकिंग की ऑनलाइन तलाश करने पर जवाब मिला कि ‘‘इन तारीखों के लिए कोई कमरा उपलब्ध नहीं है।’’ होटल के एक अन्य कर्मचारी ने कहा कि सभी कमरे बुक हो गए हैं क्योंकि नीलांचल पर्वत पर स्थित मशहूर कामाख्या मंदिर में चार दिवसीय अम्बुबाची मेला शुरू हो गया है। 

इसे भी पढ़ें: महाराष्ट्र संकट: मातोश्री के बाहर जुटे शिवसैनिक, उद्धव के समर्थन में हो रही नारेबाजी, बागी विधायकों के खिलाफ प्रदर्शन

शरद पवार ने उद्धव ठाकरे से मुलाकात की

शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे की बगावत से उपजे राजनीतिक संकट के बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) अध्यक्ष शरद पवार ने शुक्रवार शाम महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से यहां उनके आवास पर मुलाकात की। पवार के साथ राकांपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष जयंत पाटिल और उपमुख्यमंत्री अजित पवार बांद्रा इलाके में स्थित ठाकरे के निजी आवास ‘मातोश्री’ पहुंचे। एक दिन पहले, अजित पवार ने कहा था कि उनकी पार्टी शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस के सत्तारूढ़ गठबंधन को बचाने के लिए हरसंभव कोशिश करेगी। शरद पवार ने स्पष्ट कर दिया था कि गठबंधन सरकार की किस्मत का फैसला महाराष्ट्र विधानसभा में होगा, न कि गुवाहाटी के किसी होटल में, जहां शिंदे और उनके समर्थक डेरा डाले हुए हैं।

कोई राष्ट्रीय दल हमारे संपर्क में नहीं है: शिंदे

शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे ने एक दिन पहले दिए गए अपने बयान से पटलते हुए कहा कि कोई भी राष्ट्रीय दल उनके संपर्क में नहीं है। बृहस्पतिवार शाम को शिंदे ने एक वीडियो जारी किया था, जिसमें उन्होंने बागी विधायकों को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय दल के समर्थन का दावा किया था। वीडियो में वह यह कहते हुए दिख रहे थे, चाहे जो हो जाए, जीत हमारी होगी। एक राष्ट्रीय दल है, एक महाशक्ति...आप जानते हैं कि उन्होंने पाकिस्तान को मात दी। उस दल का कहना है कि हमने एक ऐतिहासिक निर्णय लिया है और उसने हमें हरसंभव मदद का भरोसा दिया है। उसने कहा है कि अगर आपको कुछ चाहिए तो हम आपको निराश नहीं करेंगे। जब भी आपको किसी सहायता की आवश्यकता होगी, हम देंगे। शिंदे से एक टीवी चैनल पर पूछा गया कि क्या भाजपा उनके समूह का समर्थन कर रही है, तो उन्होंने कहा, बड़ी शक्ति का समर्थन मिलने से मेरा मतलब बालासाहब ठाकरे (शिवसेना के दिवंगत नेता) और आनंद दिघे से था।

इसे भी पढ़ें: 'सफल नहीं होंगे बागी विधायक', प्रियंका चतुर्वेदी ने दिखाए सख्त तेवर, निर्दलियों ने उठाई डिप्टी स्पीकर को हटाने की मांग

अपना संकल्प नहीं छोड़ा है: उद्धव

शिवसेना अध्यक्ष और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बगावत का सामना कर रही अपनी पार्टी के पदाधिकारियों से बातचीत की और पार्टी तथा महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार के अस्तित्व को लेकर जारी आशंकाओं को दूर करने का प्रयास किया। मध्य मुंबई के दादर में शिवसेना भवन में पार्टी की जिला इकाई के प्रमुखों और संपर्क प्रमुखों को डिजिटल माध्यम से संबोधित करते हुए उद्धव ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री का आधिकारिक आवास खाली कर दिया है, लेकिन उनका दृढ़ संकल्प बरकरार है। उन्होंने कहा, ‘‘पहले भी पार्टी में विद्रोह होने के बावजूद शिवसेना दो बार सत्ता में आई। मैंने मुख्यमंत्री का आधिकारिक आवास ‘वर्षा’ खाली कर दिया है, लेकिन अपना दृढ़ संकल्प नहीं छोड़ा।’’ ठाकरे ने कहा कि पिछले ढाई साल में उन्होंने अपनी खराब सेहत के साथ-साथ कोविड-19 महामारी से लड़ाई लड़ी, लेकिन विरोधियों ने इस स्थिति का फायदा उठाया।


बागी विधायक एमवीए का साथ देंगे: राउत

शिवसेना के मंत्री एकनाथ शिंदे की बगावत के बीच पार्टी के सांसद संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा में पार्टी का संख्याबल कम हुआ है, हालांकि उन्होंने उम्मीद जताई की बागी विधायक सदन में शक्ति परीक्षण के दौरान राज्य की महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार को समर्थन देंगे। राउत ने कहा ‘‘संख्या किसी भी वक्त बदल सकती है।’’ उन्होंने कहा कि मुंबई लौटने के बाद ही बागी विधायकों की पार्टी के प्रति वफादारी की असली परीक्षा होगी। शिवसेना नेता ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार को ‘‘धमकाने’’ के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता नारायण राणे पर भी निशाना साधा। हालांकि इस दौरान उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया। उन्होंने कहा कि बागी गुट ने पर्याप्त संख्याबल होने का दावा किया है और लोकतंत्र संख्याबल पर चलता है। लेकिन नंबर किसी भी वक्त बदल सकते हैं। जब बागी विधायक लौटेंगे, तो बाला साहेब ठाकरे और शिवसेना के प्रति उनकी वफादारी की परीक्षा होगी।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़