संसद की संस्थागत जवाबदेही को मजबूत बनाया जाए: महाजन
संसद को ‘जवाबदेही वाले संस्थान’ के रूप में मजबूती प्रदान करने पर जोर देते हुए लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने एक सम्मेलन में प्रभावी विधायी कार्य के लिए संसदीय शोध बढ़ाने पर बल दिया।
लंदन। संसद को ‘जवाबदेही वाले संस्थान’ के रूप में मजबूती प्रदान करने पर जोर देते हुए लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने यहां एक सम्मेलन में प्रभावी विधायी कार्य के लिए संसदीय शोध बढ़ाने पर बल दिया। महाजन ने शुक्रवार को राष्ट्रमंडल देशों के अध्यक्षों और पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन की स्थायी समिति की बैठक में हिस्सा लिया और संसद को एक जवाबदेह संस्था के रूप में सुदृढ़ बनाने पर जोर दिया।
लोकसभा सचिवालय की विज्ञप्ति के अनुसार, बैठक के दौरान लोक सभा अध्यक्ष ने जनवरी 2018 में सेशल्स में होने वाली राष्ट्रमंडल देशों के अध्यक्षों और पीठासीन अधिकारियों के अगले सम्मेलन की कार्यसूची में निम्नलिखित दो विषयों को शामिल किए जाने का प्रस्ताव रखा जिनमें जवाबदेह संस्था के रूप में संसद को सुदृढ़ करना और प्रभावी विधायी कार्यकरण के लिए संसदीय शोध को बढ़ावा देना है। स्थायी समिति ने लोक सभा अध्यक्ष द्वारा प्रस्तावित दोनों विषयों पर विचार किया और उन्हें अगले सम्मेलन के पूर्ण सत्र और कार्यशाला के एजेंडा विषयों के रूप में शामिल किया।
राष्ट्रमंडल देशों के अध्यक्षों और पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन की स्थायी समिति की बैठक में भारत, सेशल्स, ब्रिटेन, मलेशिया, कनाडा, लेसोथो, नाइजीरिया, रवांडा, पाकिस्तान, न्यूजीलैंड, बारबाडोस, माल्टा, सिंगापुर आदि की संसदों के अध्यक्षों और पीठासीन अधिकारियों ने भाग लिया। लोक सभा के महासचिव अनूप मिश्रा ने बैठक में भाग लिया जिसमें एजेंडा को अंतिम रूप दिया गया।
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