राष्ट्रपति ने मप्र में रक्षा प्रयोगशाला और सड़क परियोजना का शिलान्यास किया

President Murmu
प्रतिरूप फोटो
ANI

मुर्मू ने ग्वालियर में रक्षा अनुसंधान और विकास संस्थान (डीआरडीई) की मैक्सिमम माइक्रोबायोलॉजिकल कंटेनमेंट लेबोरेटरी और सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की रातापानी-इटारसी सड़क परियोजना की आधारशिला रखी।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को मध्य प्रदेश की अपनी यात्रा के पहले दिन ग्वालियर में बनने वाली मेक्सिमन माइक्रोवाइल कंटेनमेंट लेबोरेटरी और एक सड़क परियोजना का शिलान्यास वर्चुअल तरीके से किया। राजभवन में शाम को प्रदेश सरकार द्वारा उनके सम्मान में आयोजित नागरिक सम्मान समारोह में भाग लेने के बाद एक सभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि मध्य प्रदेश के लोगों ने भारतीय संस्कृति और विकास यात्रा में एक अमूल्य योगदान दिया है।

मुर्मू ने ग्वालियर में रक्षा अनुसंधान और विकास संस्थान (डीआरडीई) की मैक्सिमम माइक्रोबायोलॉजिकल कंटेनमेंट लेबोरेटरी और सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की रातापानी-इटारसी सड़क परियोजना की आधारशिला रखी। राष्ट्रपति ने 417.15 करोड़ रुपये की औबेदुल्लागंज-इटारसी सड़क परियोजना का उल्लेख करते हुए कहा कि यह लोगों को बेहतर संपर्क प्रदान करेगी और डीआरडीई प्रयोगशाला भविष्य में कोविड-19 जैसे खतरों से प्रभावी ढंग से निपटने में देश की मदद करेगी।

उन्होंने कहा, ‘‘मध्य प्रदेश के लोगों ने भारतीय संस्कृति और विकास यात्रा में अमूल्य योगदान दिया है।’’ उन्होंने मध्य प्रदेश में समृद्ध आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को रेखांकित करते हुए महान कवि कालिदास, संगीत सम्राट तानसेन और महान गायिका लता मंगेशकर का उल्लेख किया। राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘मध्य प्रदेश में महान कवि कालिदास, संगीत सम्राट तानसेन और लता मंगेशकर से लेकर कई प्रतिभाओं का जन्म हुआ है। पूर्व राष्ट्रपति डॉ. शंकर दयाल शर्मा इसी धरती के सपूत थे। बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की जन्मस्थली महू है।

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के शानदार व्यक्तित्व और गौरवशाली राजनीतिक जीवन का प्रारंभ मध्य प्रदेश में ही हुआ था।’’ राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि क्षेत्रफल की दृष्टि से मध्य प्रदेश में देश का सबसे बड़ा वन क्षेत्र है। उन्होंने कहा, ‘‘राज्य ने विकास के कई मापदंडों पर प्रभावशाली उपलब्धियां हासिल की हैं। पिछले एक दशक में जीडीएसपी में लगभग साढ़े तीन गुना की वृद्धि हुई है। यह खाद्यान्न उत्पादन में अग्रणी राज्यों में से एक है।’’ 

राज्यपाल मंगू भाई पटेल और प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी सभी को संबोधित किया। राष्ट्रपति मुर्मू नयी दिल्ली लौटने से पहले बुधवार को भोपाल में महिला स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) के एक सम्मेलन को संबोधित करेंगी।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़