Unseasonal बारिश से रबी की खड़ी फसलों को नहीं पहुंचा अधिक नुकसान: तोमर

Narendra Singh Tomar
प्रतिरूप फोटो
ANI

तोमर ने एक कार्यक्रम से इतर ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘आरंभिक आकलन के मुताबिक रबी की फसलों को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा है। हालांकि अभी हमें राज्य सरकारों से जमीनी रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है।’’ गेहूं प्रमुख रबी फसल है और कुछ राज्यों में इसकी कटाई चल रही है। रबी की अन्य फसलों में हैं सरसों और चना।

नयी दिल्ली। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने मंगलवार को कहा कि जो आरंभिक रिपोर्ट मिली हैं उसके मुताबिक हाल में हुई बेमौसम बारिश और ओला वृष्टि का गेहूं जैसी रबी की खड़ी फसलों पर बहुत अधिक असर नहीं हुआ है। तोमर ने एक कार्यक्रम से इतर ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘आरंभिक आकलन के मुताबिक रबी की फसलों को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा है। हालांकि अभी हमें राज्य सरकारों से जमीनी रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है।’’ गेहूं प्रमुख रबी फसल है और कुछ राज्यों में इसकी कटाई चल रही है। रबी की अन्य फसलों में हैं सरसों और चना। पश्चिमी विक्षोभ के कारण बीते तीन दिनों से देश के कई हिस्सों में बेसमौसम बारिश, ओला वृष्टि और तेज हवाएं चलीं।

इसे भी पढ़ें: Kejriwal से अनुराग ठाकुर का सवाल, आप इतने पढ़े-लिखे तो आपके स्वास्थ्य मंत्री और उप मुख्यमंत्री सलाखों के पीछे क्यों हैं

केंद्र सरकार ने सोमवार को कहा था कि सरसों और चने की फसल को लेकर ज्यादा चिंता इसलिए नहीं है क्योंकि ज्यादातर फसल की कटाई हो चुकी है। केला और आलू जैसी फसलें ओले गिरने से कुछ प्रभावित हुई होंगी। सरकार का अनुमान है कि फसल वर्ष 2022-23 (जुलाई-जून) में गेहूं उत्पादन रिकॉर्ड 11.22 करोड़ टन रह सकता है। मौसम विज्ञान विभाग ने इस बीच झारखंड, बिहार, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, पंजाब और हरियाणा के किसानों को फसल कटाई रोकने की सलाह दी है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


All the updates here:

अन्य न्यूज़