बिहार में नीतीश NDA का चेहरा रहें या नहीं, हम भाजपा के साथ रहेंगे: चिराग पासवान

Chirag Paswan

भाजपा ने बिहार में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की ओर से जद (यू) प्रमुख नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार करीब एक साल पहले ही घोषित किया था, लेकिन गठबंधन के कुछ नेताओं ने उनके नेतृत्व को लेकर आपत्ति दर्ज करायी है।

नयी दिल्ली। मुख्यमंत्री के प्रवासी श्रमिकों के संकट से निपटने के तरीके से नाखुश होने के बावजूद लोजपा प्रमुख चिराग पासवान ने शुक्रवार को कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा चाहे नीतीश कुमार को राजग का चेहरा बनाए या किसी और राह पर चले, वह भगवा दल के साथ ही रहेंगे। भाजपा ने बिहार में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की ओर से जद (यू) प्रमुख नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार करीब एक साल पहले ही घोषित किया था, लेकिन गठबंधन के कुछ नेताओं ने उनके नेतृत्व को लेकर आपत्ति दर्ज करायी है। पासवान ने साक्षात्कार में नेतृत्व में बदलाव के लिए सीधे-सीधे कुछ नहीं कहा लेकिन यह जरुर कहा कि भाजपा चाहे जिस ओर जाए, लोजपा उसके साथ रहेगी। चिराग पासवान ने कहा, ‘‘चेहरा कौन होगा, गठबंधन का नेता कौन होगा, यह सब गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा तय करेगी। भाजपा चाहे जो निर्णय ले, लोजपा हमेशा उसके साथ है। यदि वह नीतीश कुमार जी के साथ चलना चाहते हैं, हम उनके साथ हैं, अगर उनका मन बदल जाता है.... चाहे जो भी फैसला भाजपा ले, हम भगवा दल का साथ देंगे।’’ लोजपा प्रमुख की टिप्पणी इस वक्त इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि ऐसा माना जा रहा था कि तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष अमित शाह द्वारा 2019 मे नीतीश को राजग का चेहरा बनाने की घोषणा किए जाने के साथ ही बिहार विधानसभा चुनाव में राजग के नेतृत्व का मुद्दा हल हो गया था। राज्य में चुनाव अक्टूबर-नवंबर में होने वाले हैं। शाह ने लोकसभा चुनावों के लिए बिहार में राजग सहयोगियों के साथ लाने के प्रयास के दौरान उक्त घोषणा की थी। कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए लागू राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के दौरान प्रवासियों के संकट से निपटने के बिहार सरकार के तरीकों के बारे में सवाल करने पर जमुई से लोकसभा सदस्य पासवान ने कहा कि उसमें बेहतरी की गुंजाइश थी। 

इसे भी पढ़ें: विमान से बिहार के 180 प्रवासी मजदूरों को साथ लेकर पटना पहुंचे आप नेता संजय सिंह

इस संबंध में उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की प्रशंसा करते हुए पासवान ने कहा, ‘‘यदि बिहार सरकार पहले ही प्रवासियों को वापस लाने का उपाय करती तो हम ज्योति कुमारी जैसी घटनाओं से बच सकते थे। घर लौट रहे कई प्रवासी मजदूरों की मौत से भी बचा जा सकता था।’’ किशोरी ज्योति कुमारी अपने पिता को साथ लेकर करीब 1,100 किलोमीटर साइकिल चलाकर गुरुग्राम से दरभंगा पहुंची। लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के अध्यक्ष ने यह माना कि देश के विभिन्न हिस्सों से बिहार लौटे लाखों प्रवासियों में बहुत गुस्सा है। लेकिन, पासवान ने साथ ही कहा कि बिहार में भारी बहुमत से राजग सत्ता में लौटेगी और राजद नीत गठबंधन चुनौती देने की स्थिति में नहीं है। यह रेखांकित करते हुए कि 2019 के लोकसभा चुनाव में गठबंधन ने राज्य की 40 में से 39 सीटों पर जीत हासिल की थी, चिराग पासवान ने दावा किया कि बिहार विधानसभा चुनाव में राजग को 242 में से 225 से ज्यादा सीटें मिलेंगी। राज्य में भाजपा, जद (यू) और लोजपा राजग का हिस्सा हैं और चुनाव में उसे राजद गठबंधन, कांग्रेस और कुछ छोटे दलों से चुनौती मिलेगी।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़