मुंह चलाते और हाथ मलते रह गए सिद्धू, जानिए कौन सा रास्ता उनके लिए बचा है ?

Navjot Singh Sidhu
प्रतिरूप फोटो

विधानसभा चुनावों में नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाबियत की बात करते हुए कई बार अपनी पार्टी को ही निशाने पर ले लिया था।ऐसे में सभी ने देखा कि 117 विधानसभा सीटों वाली राज्य में आम आदमी पार्टी नेएकतरफ़ा 92 सीटें जीतकर सभी को चकित कर दिया।आम आदमी पार्टी की आंधी में बड़ी से बड़ा क़द्दावर नेता नहीं टिक नहीं पाया।

पंजाब में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के हाथों से सत्ता चली गई।इतना ही नहीं कई दिग्गज नेता भी चुनावहारगए।इन चुनावों में नवजोत सिंह सिद्धू का हूँ ना सिर्फ़ सपना टूटा बल्कि विधायी की भी छीन गई। सबसे ज़्यादा नुक़सान नवजोत सिंह सिद्धू के चलते पार्टी को उठाना पड़ा ऐसे आरोप लग रहे हैं। विधानसभा चुनाव पंजाब में नवजोत सिंह सिद्धू और कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच में रार देखने को मिली थी। जिसके बाद पार्टी आलाकमान ने नवजोत सिंह सिद्धू का क़द ऊँचा कर दिया था।जिसके बाद अपमानित महसूस करते हुए कैप्टनअमरिंदर सिंह ने न सिर्फ़ मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा दिया बल्कि कांग्रेस पार्टी को अलविदा भी कह दिया। इन तमाम स्थितियों के बाद अब सबसे ज़्यादा चर्चा इस पर है कि नवजोत सिंह सिद्धू का भविष्य क्या होगा ? इसके साथ ही यह भी पूछा जा रहा है कि क्या नवजोत सिंह सिद्धू प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद पर बने रहेंगे ? 

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विधानसभा चुनावों में नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाबियत की बात करते हुए कई बार अपनी पार्टी को ही निशाने पर ले लिया था।ऐसे में सभी ने देखा कि 117 विधानसभा सीटों वाली राज्य में आम आदमी पार्टी नेएकतरफ़ा 92 सीटें जीतकर सभी को चकित कर दिया।आम आदमी पार्टी की आंधी में बड़ी से बड़ा क़द्दावर नेता नहीं टिक नहीं पाया। आपको बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू भारतीय जनता पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए थे। इतना ही नहीं उन्होंने भाजपा के ख़िलाफ़ जमकर बयानबाजी की थी जिसके बाद उनका भाजपा में वापस जाने का रास्ता लगभग बंद हो गया है।

राजनीतिक जानकारों का मानना है कि नवजोत सिंह सिद्धू के बाग़ी तेवरों को देखते हुए भाजपा उन्हें शामिल करने के बारे में विचार तक नहीं करेगी। हालांकि विधानसभा चुनाव के दौरान नवजोत सिंह सिद्धू की आम आदमी पार्टी में जाने की अटकलें थीं लेकिन यह अटकलें मात्र ही रह गईं और पार्टी ने भगवंत मान के चेहरे पर ऐतिहासिक जीत दर्ज की। कहा तो यहां तक जाता है कि पर्दे के पीछे आम आदमी पार्टी और नवजोत सिंह सिद्धू की चर्चा भी हुई थी जो फेल हो गई थी।

क्या है नवजोत सिंह सिद्धू का भविष्य ?

विधानसभा चुनाव के दरमियां नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी ने एक बयान में उनके टीवी सिनेमा में वापस लौटने के संकेत दिए थे। जिस पर 10 मार्च के बाद काफी चर्चा हुई। नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी ने कहा था कि अगर वह हार जाते हैं तो टीवी की दुनिया में लौट जाएंगे। नवजोत सिंह सिद्धू अमृतसर पूर्व से चुनाव हार गए हैं लेकिन द कपिल शर्मा शो में उनकी वापसी का रास्ता आसान होगा, इसके बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता है। क्योंकि द कपिल शर्मा शो में नवजोत सिंह सिद्धू के स्थान पर अर्चना पूरन सिंह को जज बनाया गया था। 

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क्या खुद की पार्टी बनाएंगे सिद्धू ?

राजनीतिक जानकारों का मानना है कि नवजोत सिंह सिद्धू के पास अब दो ही विकल्प बचे हुए हैं। पहला कि वो कांग्रेस से अलग होकर अपनी पार्टी का गठन करें और पांच साल तक प्रदेश की जनता के बीच खुद की पैठ को मजबूत करें और दूसरा कि कांग्रेस के साथ बने रहें और पार्टी नेताओं के साथ जारी मनमुटाव को खत्म करें और अच्छे दिनों का इंतजार करें। नवजोत सिंह सिद्धू का बड़बोला पन अक्सर पार्टी को मुश्किल में डाल देता है। इसी वजह से उन्हें पसंद करने वाले नेता कम ही हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक नवजोत सिंह सिद्धू जल्द ही पार्टी आलाकमान से मुलाकात कर सकते हैं।

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