योगी आदित्यनाथ का दावा, अयोध्या में राम मंदिर का 50 फीसदी से ज्यादा काम पूरा होने के करीब

Yogi adityanath
ANI
अंकित सिंह । Oct 6 2022 7:44PM

योगी ने आगे कहा कि विभाजन के समय में संतों के आंदोलन में विराटनगर की रामानंदी पीठ की बेहद अहम भूमिका थी। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि संत कर्म करते हैं फल की चिंता बिल्कुल भी नहीं करते। उन्होंने कहा कि आचार्य धर्मेंद्र ने 50 साल तक सांस्कृतिक आंदोलन में हिंदू समाज को नेतृत्व दिया है।

अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा दावा किया है। योगी आदित्यनाथ के दावे के मुताबिक के राम मंदिर का काम 50 फ़ीसदी के पूरा होने के बेहद करीब है। दरअसल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज जयपुर दौरे पर हैं। विराटनगर में रामानंदी पीठ का उन्होंने दौरा किया और आचार्य धर्मेंद्र को श्रद्धांजलि अर्पित की। आपको बता दें कि हिंदू नेता आचार्य धर्मेंद्र का हाल में ही निधन हो गया था। इसी दौरान योगी आदित्यनाथ ने अपने वक्तव्य में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर के निर्माण कार्य को आगे बढ़ाया है। राम मंदिर का काम 50 फ़ीसदी के पूरा होने के बेहद करीब है। आपको बता दें कि फिलहाल अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य बेहद ही तेजी से चल रहा है। 

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अब तक की जानकारी के मुताबिक के राम मंदिर ट्रस्ट का मानना है कि जनवरी 2024 के मकर संक्रांति पर रामलला अपने मंदिर में विराजमान हो जाएंगे। इसके अलावा राम मंदिर का भव्य तरीके से निर्माण कार्य चल रहा है। आचार्य धर्मेंद्र के बारे में बोलते हुए योगी ने कहा कि राम जन्मभूमि आंदोलन के लिए समर्पित थे। जब अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हुआ तो वह बहुत खुश थे। योगी ने आगे कहा कि विभाजन के समय में संतों के आंदोलन में विराटनगर की रामानंदी पीठ की बेहद अहम भूमिका थी। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि संत कर्म करते हैं फल की चिंता बिल्कुल भी नहीं करते। उन्होंने कहा कि आचार्य धर्मेंद्र ने 50 साल तक सांस्कृतिक आंदोलन में हिंदू समाज को नेतृत्व दिया है। 

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गौरतलब है कि राम मंदिर परिसर में 7 और नए मंदिर बनाए जाएंगे। इन मंदिरों को बनाने के लिए सहमति बन गई है। मंदिर के बजट को बढ़ाकर 1800 करोड़ कर दिया गया है। इससे पहले राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा था कि श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट की बैठक हुई। हमने राम मंदिर के निर्माण खर्च पर चर्चा की और यह अनुमानित रूप से 1800 करोड़ रुपये था जिसे बाद में बदला जा सकता था। अन्य देवी-देवताओं के स्थान भी तय हुए है। कुल मिलाकर देखें तो राम जन्मभूमि परिसर में भव्य मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है और इसके दिसंबर 2023 तक बनकर तैयार हो जाने का अनुमान है व मंदिर में जनवरी 2024 (मकर संक्राति) तक भगवान राम लला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा हो जाने की संभावना है।

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