Chai Par Sameeksha: Rahul Gandhi को सेल्फ गोल करने में मजा आता है या यही उनकी राजनीतिक शैली है?

प्रभासाक्षी के संपादक नीरज दुबे ने कहा कि कई देशों में भारत के लोकतंत्र की बात कही जाती है। लेकिन आप उन्हें देश में जाकर वहां के छात्रों से कह रहे हैं कि भारत में लोकतंत्र खतरे में है। यह बिल्कुल ठीक नहीं है। आप विपक्ष के नेता हैं।
प्रभासाक्षी के साप्ताहिक कार्यक्रम चाय पर समीक्षा में इस सप्ताह हमने राहुल गांधी के विदेश दौरे और उनके द्वारा दिए गए बयानों पर चर्चा की। हमेशा की तरह इस कार्यक्रम में मौजूद रहे प्रभासाक्षी के संपादक नीरज कुमार दुबे। नीरज कुमार दुबे ने राहुल गांधी के बयानों को लेकर कहा कि कांग्रेस नेता के तमाम बयानों को देखें तो उसका निचोड़ यही निकलता है कि भारत का रहने वाला हूं, भारत के विरोध में बात सुनाता हूं। राहुल गांधी विदेश की धरती पर जाकर छात्रों के बीच भारत के विरोध में बयान दे रहे हैं। इससे भारत की छवि बिल्कुल खराब हो रही है।
प्रभासाक्षी के संपादक नीरज दुबे ने कहा कि कई देशों में भारत के लोकतंत्र की बात कही जाती है। लेकिन आप उन्हें देश में जाकर वहां के छात्रों से कह रहे हैं कि भारत में लोकतंत्र खतरे में है। यह बिल्कुल ठीक नहीं है। आप विपक्ष के नेता हैं। आपको थोड़ी बहुत गंभीरता लानी चाहिए। नीरज दुबे ने कहा कि एक बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राहुल गांधी को लेकर बालक बुद्धि शब्द का प्रयोग किया था। ऐसे में अब लगता है कि प्रधानमंत्री ने बिल्कुल सही कहा था। राहुल गांधी के बयानों को देखें तो वह ठीक बालको जैसा सवाल करते हैं। हमने देखा कि कैसे कोलंबिया में वह मोटरसाइकिल और कार के वजन की तुलना करते हुए छात्रों से सवाल पूछते दिखाई दे रहे हैं। कभी-कभी राहुल गांधी कुछ ऐसी बातें कह जाते हैं कि उनकी पार्टी भी उनके बचाव में बहुत कुछ नहीं कर पाती। कांग्रेस पार्टी भी इस तरीके के कार्यक्रम राहुल गांधी का क्यों रखवाती है जिससे कि राहुल गांधी की छवि ही खराब होती है।
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प्रभासाक्षी के संपादक नीरज दुबे ने कहा कि राहुल गांधी में नेतृत्व की कमी है और यही कारण है कि चुनाव में हम कांग्रेस का लगातार खराब प्रदर्शन देखते हैं। लेकिन राहुल गांधी इस तरीके का बयान दे जाते हैं जैसे कि कांग्रेस की छवि पर असर पड़ता है। आरएसएस को कायर बताने वाले राहुल गांधी के बयान पर नीरज दुबे ने कहा कि नरेंद्र मोदी आरएसएस के प्रचारक रहे हैं और वह देश के प्रधानमंत्री हैं। आज आरएसएस का प्रचारक देश का प्रधानमंत्री है और यह पहला मौका है जब भारत यह शक्ति दिख रहा है। किसी को घर में घुसकर मारने का। तो यह अपने आप में दिखता है कि आरएसएस कितना मजबूत है और उसके लोग कितनी मजबूत इच्छा शक्ति रखते हैं और समय आने पर उसका प्रदर्शन भी करते हैं। नीरज दुबे ने कहा कि कांग्रेस के जमाने में इतने सारे आतंकवादी हमले हुए लेकिन किसी का बदला नहीं दिया गया। सही से ट्रायल्स नहीं किए गए और सभी आरोपी बड़ी तक हो गए लेकिन आज स्थिति बदली हुई है।
इसके साथ ही प्रभासाक्षी के संपादक नीरज दुबे ने कहा कि राहुल गांधी बिहार में दौरे पर थे। वहां एसआईआर को बड़ा मुद्दा बनाया। मतदाता सूची जारी हो गया है। राहुल गांधी ने अब कोई ट्वीट नहीं किया है। इसका मतलब यह है कि राहुल गांधी द्वारा लगाए गए सभी आरोप सही नहीं थे। उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी को अभी विदेश जाने की बजाय बिहार में गठबंधन धर्म निभाना चाहिए था। बिहार में चुनाव बिल्कुल नजदीक है। आप सीट बंटवारा करते लेकिन आप विदेश पहुंच गए हैं। तेजस्वी यादव इधर अकेले परेशान है। तेजस्वी यादव अन्य गठबंधन सहयोगियों को भी आपकी वजह से कुछ कह नहीं पा रहे हैं। वह भी असमंजस की स्थिति में फंसे हुए हैं।
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