Boxing World Championship : नीतू, प्रीति, मंजू प्री क्वार्टर फाइनल में

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राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता नीतू गंघास (48 किलो) ने कोरिया की डोयोन कांग को आरएससी फैसले पर हराया जबकि प्रीति ने 54 किलोवर्ग में रोमानिया की लाकरामियोआरा पेरिजोक को बंटे हुए फैसले के आधार पर 4 . 3 से शिकस्त दी।

भारतीय मुक्केबाजों का महिला विश्व चैम्पियनशिप में शानदार प्रदर्शन जारी है और शनिवार को तीन मुक्केबाजों ने अपने अपने मुकाबले जीतकर प्री क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई। राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता नीतू गंघास (48 किलो) ने कोरिया की डोयोन कांग को आरएससी फैसले पर हराया जबकि प्रीति ने 54 किलोवर्ग में रोमानिया की लाकरामियोआरा पेरिजोक को बंटे हुए फैसले के आधार पर 4 . 3 से शिकस्त दी। मंजू बाम्बोरिया (66 किलो) ने न्यूजीलैंड की सारा वेरेयू को 5 . 0 से हराया।

नीतू पिछले चरण में क्वार्टरफाइनल में हार गयी थीं, उन्होंने इस बार पहले राउंड में ही मुकाबला जीत लिया। पहले मिनट में उन्होंने अपने ‘हुक’ और ‘क्रास’ का बखूबी इस्तेमाल किया लेकिन अंक जुटाने वाले मुक्के नहीं जड़ सकीं। फिर दोनों मुक्केबाजों ने दोनों हाथों से एक दूसरे को मुक्के जड़ना शुरू कर दिया। तुरंत ही कोरियाई मुक्केबाज कांग को पहला ‘स्टैंडिंग काउंट’ मिला। नीतू ने फिर दबदबा जारी रखा और कांग को दूसरा ‘स्टैंडिंग काउंट’ 20 सेकेंड बाद मिला जिससे रैफरी ने मुकाबला भारतीय मुक्केबाज के पक्ष में कर दिया।

पहले दौर में आरएसी (रैफरी द्वारा मुकाबला रोकना) से जीत दर्ज करने वाली प्रीति को हालांकि दूसरी जीत के दौरान मशक्कत करनी पड़ी। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने इस मुकाबले की तैयारी की थी, वह पिछली बार रजत पदक जीती थी। मैं भी साबित करना चाहती थी कि मैं किसी से कम नहीं हूं। ’’ 2022 एशियाई चैम्पियनशिप की कांस्य पदक विजेता प्रीति ने कहा, ‘‘मैं शुरू में उसकी रणनीति समझने की कोशिश कर रही थी। अंतिम राउंड में मैंने रणनीति बदली।

वह आक्रामक थी और संतुलन खो रही थी। ’’ प्रीति ने रोमानियाई प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ पहले राउंड में 3-2 से बढ़त बनायी। फिर हरियाणा की इस मुक्केबाज ने अपने पैरों का इस्तेमाल करते हुए रोमानियाई मुक्केबाज पर मुक्के जड़े। हालांकि दूसरे राउंड को वह 2-3 से गंवा बैठी। पर अंतिम तीन मिनट में प्रीति ने जवाबी हमलेकिये। इसमें दोनों मुक्केबाजों के अंक बराबर रहे जिससे मुकाबले का फैसला ‘रिव्यू’ से किया गया। अंत में फैसला भारतीय मुक्केबाज के पक्ष में रहा।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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