भारत की निगाहें न्यूजीलैंड के खिलाफ सुधरे प्रदर्शन पर

[email protected] । Oct 22 2016 2:17PM

भारतीय टीम पिछले मैच में मिली शिकस्त के बाद होने वाले न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे एक दिवसीय मुकाबले में तेजी से सुधार कर पटरी पर आना चाहेगी।

मोहाली। भारतीय टीम पिछले मैच में मिली शिकस्त के बाद होने वाले न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे एक दिवसीय मुकाबले में तेजी से सुधार कर पटरी पर आना चाहेगी। दिल्ली में मिली छह रन की हार ने भारत को सोच विचार के लिये काफी कुछ दिया है क्योंकि इससे इस मुकाबले में दिलचस्पी काफी बढ़ गयी है। भारतीय टीम ने एक तरफा टेस्ट सीरीज जीत दर्ज करने के बाद धर्मशाला में हुए पहले वनडे में भी फतह हासिल की थी, जिससे दोनों टीमें 1–1 की बराबरी पर हैं। न्यूजीलैंड की ओर से देखे तो उन्हें लगातार हार के बाद जीत की दरकार थी। परिणामस्वरूप उन्होंने 13 साल बाद भारतीय सरजमीं पर पहली जीत दर्ज की और यहां पीसीए स्टेडियम में जब मेहमान टीम मैदान में उतरेगी तो वह निश्चित रूप से और हैरानी भरा परिणाम हासिल करने की कोशिश करेगी। वहीं दूसरी ओर भारतीय टीम दिल्ली में 243 रन के लक्ष्य का पीछा करने में मिली विफलता के लिये खुद को ही दोषी ठहरा सकती है क्योंकि उनसे यह स्कोर बिना किसी परेशानी के हासिल करने की उम्मीद थी। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि मेजबान टीम के बल्लेबाजों ने अगर अहम मौकों पर आउट होने के बजाय अतिरिक्त 10-15 रन बना लिये होते तो परिणाम कुछ और होता। अजिंक्य रहाणे के पास चोटिल शिखर धवन की अनुपस्थिति में वनडे टीम में अपना स्थान पक्का करने का मौका था, लेकिन वह दोनों ही मैचों में सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा के साथ असफल रहे। लेकिन वह इन असफलताओं के बाद कुछ रन जुटाना चाहेंगे। रोहित पिछले मैच में चोटिल हो गये थे पर उनकी चोट की गंभीरता पर कोई खबर नहीं आयी है।

चौथे नंबर के खिलाड़ी मनीष पांडे को भी प्रभाव डालना होगा, वह भी अच्छी शुरूआत को बड़े स्कोर में तब्दील नहीं कर सके। छठे नंबर के केदार जाधव ने अपनी 41 रन की पारी से प्रभावित किया और उन्होंने धोनी के साथ पांचवें विकेट के लिये 66 रन की भागीदारी भी निभायी। अगर वह तीन चार ओवर तक धोनी के साथ बने रहते तो मैच का नतीजा बदल सकता था। जाधव को एक और मैच मिल सकता है क्योंकि अब तक सुरेश रैना के स्वास्थ्य के बारे में कोई अपडेट नहीं है। ज्यादातर बल्लेबाजों ने पेचीदा हालात से टीम को बाहर निकालने के लिये जरूरी परिपक्वता नहीं दिखायी तो सिर्फ धोनी के उपर ही उंगली उठाना सही नहीं होगा जिन्होंने 39 रन की पारी खेली लेकिन टिम साउदी को शानदार रिटर्न कैच देकर पवेलियन लौट गये। भारतीय कप्तान आने वाले मुकाबलों में अपनी चिरपरिचित अंदाज में कुछ विशेष करने की उम्मीद करेगा क्योंकि इस घरेलू सत्र के दौरान कुछेक ही सीमित ओवर के मुकाबले बचे हैं। दिलचस्प बात है कि यहां तीन साल पहले खेले गये अंतिम वनडे में धोनी ने नाबाद 139 रन बनाये थे लेकिन टीम आस्ट्रेलिया से हार गयी थी। इसके बाद से उन्होंने अंतरराष्ट्रीय शतक नहीं जड़ा है। भारतीय बल्लेबाजी के स्तंभ विराट कोहली से फिर से इस मैच में शानदार प्रदर्शन की उममीद है, जो पिछले मैच में क्यूक रोंकी की गेंद पर नौ रन पर आउट हो गये थे। 

कोहली ने इस मैदान पर 27 मार्च को अपने अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच में आस्ट्रेलिया के खिलाफ 51 गेंद में 82 रन की पारी खेली थी और अकेले दम पर भारत को विश्व टी20 के सेमीफाइनल में पहुंचाया था। स्थानीय लोग उनसे ऐसे ही प्रदर्शन की उम्मीद लगायेंगे। मैच में ओस अहम भूमिका निभा सकती है जैसे कि दिल्ली और धर्मशाला में हुआ था। गेंदबाजों में उमेश यादव और हार्दिक पंड्या ने नयी गेंद से अच्छा प्रदर्शन किया है जिसमें जसप्रीत बुमरा ने भी अच्छा साथ निभाया जिससे धोनी का अंतिम ओवरों में गेंदबाजी का सिरदर्द कम हुआ है।स्पिनर अमित मिश्रा और अक्षर पटेल ने अपनी भूमिका अच्छी तरह अदा की है, विशेषकर लेग स्पिनर ने दोनों ही मैचों में तीन विकेट हासिल किये।

टीमें इस प्रकार हैं: 

भारत: महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान और विकेटकीपर), रोहित शर्मा, अजिंक्य रहाणे, विराट कोहली, मनीष पांडे, केदार जाधव, हार्दिक पंड्या, अमित मिश्रा, अक्षर पटेल, उमेश यादव, धवल कुलकर्णी, जयंत यादव और मंदीप सिंह ।

न्यूजीलैंड: केन विलियम्सन (कप्तान), टाम लाथम, मार्टिन गुप्टिल, रास टेलर, ल्यूक रोंकी (विकेटकीपर), मिशेल सैंटनर, ईश सोढी, जिम्मी नीशाम, कोरी एंडरसन, ट्रेंट बोल्ट, टिम साउदी, एंटन डेवसिच, डग ब्रेसवेल, मैट हैनरी और बीजे वाटलिंग।

मैच भरतीय समयानुसार दोपहर डेढ़ बजे शुरू होगा।

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