भारत की जिउ-जित्सु खिलाड़ी रोहिणी कलाम की संदिग्ध मौत, पुलिस ने जताई आत्महत्या की आशंका

Rohini Kalam
प्रतिरूप फोटो
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Ankit Jaiswal । Oct 27 2025 10:34PM

भारत की अंतरराष्ट्रीय जिउ-जित्सु खिलाड़ी रोहिणी कलाम देवास स्थित अपने घर में मृत पाई गईं, जहां पुलिस शुरुआती जांच में आत्महत्या की आशंका जता रही है। परिजनों के अनुसार, रोहिणी स्कूल के प्रिंसिपल और फैकल्टी सदस्यों द्वारा उत्पीड़न तथा मानसिक तनाव से जूझ रही थीं, जिसके चलते इस दुखद कदम की आशंका है। पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है और मोबाइल फोन की पड़ताल जारी है।

मध्य प्रदेश के देवास जिले से एक दर्दनाक खबर सामने आई है, जहां भारत की जिउ-जित्सु खिलाड़ी रोहिणी कलाम अपने घर में मृत पाई गई हैं। शुरुआती जांच में पुलिस ने आत्महत्या की आशंका जताई है। बता दें कि रोहिणी ने अबू धाबी में आयोजित 8वीं एशियन चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतकर भारत का नाम रोशन किया था। वह न केवल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व करती थीं, बल्कि एक स्कूल में मार्शल आर्ट्स कोच के रूप में भी कार्यरत थीं।

मौजूद जानकारी के अनुसार, घटना के वक्त उनके परिवार के सदस्य घर पर नहीं थे। उनकी बहन रौशनी ने सबसे पहले उन्हें फंदे से लटका हुआ देखा। बताया जा रहा है कि रोहिणी के पिता बैंक नोट प्रेस से रीटायर कर्मचारी हैं, जबकि मां और बहन उस समय मंदिर दर्शन के लिए बाहर गई हुई थीं। फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है।

रौशनी कलाम ने मीडिया से बातचीत में बताया कि रोहिणी पिछले कुछ समय से काफी तनाव में थीं। वह जिस स्कूल में पढ़ाती थीं, वहां के प्रिंसिपल और कुछ फैकल्टी सदस्य उन्हें परेशान करते थे। रौशनी के अनुसार, उनकी बहन ने शनिवार को अश्ता (जहां वह कार्यरत थीं) से देवास अपने घर का रुख किया था। रविवार की सुबह उन्होंने सामान्य रूप से चाय-नाश्ता किया और किसी से फोन पर बात की, इसके बाद अपने कमरे में चली गईं। लेकिन जब परिवार के सदस्य वापस लौटे, तो वह मृत पाई गईं।

गौरतलब है कि रोहिणी कलाम का सपना था कि वह आगे चलकर आईपीएस अधिकारी बनें। उनके पिता ने बताया कि वह पिछले दो वर्षों से मध्य प्रदेश सरकार के विक्रम पुरस्कार के लिए भी प्रयासरत थीं। हाल ही में पांच महीने पहले उनका बड़ा ऑपरेशन हुआ था और तब से उनकी शारीरिक स्थिति पूरी तरह सामान्य नहीं थी। इस बीच, कार्यस्थल से जुड़ा तनाव और पारिवारिक दबाव उनके मानसिक स्वास्थ्य पर असर डाल रहा था।

मौजूदा स्थिति में पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, लेकिन परिजन और जांच अधिकारी दोनों मानते हैं कि मानसिक और पेशेवर दबाव ने इस कदम को उकसाया हो सकता है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है और मोबाइल फोन समेत अन्य सबूतों की पड़ताल जारी है।

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