Madhya Pradesh Tourism: प्रकृति, इतिहास और आध्यात्म का अद्भुत संगम है शिवपुरी

Shivpuri
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प्रीटी । Aug 26 2025 5:44PM

शिवपुरी का नाम भगवान शिव के नाम पर पड़ा है। यह नगर कभी नरवर रियासत का हिस्सा था और बाद में ग्वालियर राज्य के अधीन आ गया। सिंधिया राजवंश ने यहाँ कई महलों, उद्यानों और स्मारकों का निर्माण करवाया, जो आज भी उसकी राजसी भव्यता की गवाही देते हैं।

शिवपुरी मध्य प्रदेश का एक सुरम्य और ऐतिहासिक नगर है, जो अपनी हरियाली, प्राचीन स्मारकों, राजसी विरासत और धार्मिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। यह नगर एक समय में सिंधिया राजवंश की ग्रीष्मकालीन राजधानी रहा है और आज यह पर्यटकों के लिए एक शांत, सुंदर और विविध अनुभव प्रदान करता है।

शिवपुरी का ऐतिहासिक परिचय

शिवपुरी का नाम भगवान शिव के नाम पर पड़ा है। यह नगर कभी नरवर रियासत का हिस्सा था और बाद में ग्वालियर राज्य के अधीन आ गया। सिंधिया राजवंश ने यहाँ कई महलों, उद्यानों और स्मारकों का निर्माण करवाया, जो आज भी उसकी राजसी भव्यता की गवाही देते हैं।

शिवपुरी के प्रमुख दर्शनीय स्थल

1. माधव राष्ट्रीय उद्यान (Madhav National Park)

शिवपुरी का सबसे प्रसिद्ध स्थल। यह राष्ट्रीय उद्यान कभी सिंधिया राजाओं का शिकार क्षेत्र हुआ करता था। अब यह बाघ, तेंदुआ, चीतल, सांभर, नीलगाय, मगरमच्छ, और अनेक पक्षियों का निवास स्थान है। यह प्रकृति प्रेमियों और वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर्स के लिए स्वर्ग है।

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2. सिंधिया की छतरियाँ (Royal Cenotaphs)

सिंधिया राजाओं और रानियों की याद में बने ये संगमरमर के स्मारक भारतीय और मुगल वास्तुकला के सुंदर मिश्रण का उदाहरण हैं। यहाँ की कलाकृति, मेहराबें और जालीदार खिड़कियाँ देखने योग्य हैं।

3. माधव विलास महल

यह एक भव्य शाही महल है, जहाँ सिंधिया परिवार गर्मियों में रहा करता था। ऊँचाई पर स्थित यह महल अपने बगीचों, झरोखों और शाही वातावरण के लिए प्रसिद्ध है।

4. सागर तालाब और भदैया कुंड

शिवपुरी के यह जल स्रोत प्राकृतिक सौंदर्य के साथ-साथ स्थानीय लोगों की आस्था से भी जुड़े हुए हैं। यहाँ बैठकर आप शांति का अनुभव कर सकते हैं।

5. नरवर किला

शिवपुरी से लगभग 40 किमी दूर स्थित यह प्राचीन किला 10वीं शताब्दी में बना था और चंदेल, परमार, तोमर, और मुगलों के अधीन रहा। किले से आसपास का मनोरम दृश्य दिखाई देता है।

धार्मिक स्थल

सिद्धेश्वर महादेव मंदिर – एक प्राचीन शिव मंदिर जो स्थानीय श्रद्धालुओं के बीच अत्यंत पूजनीय है।

छत्री मंदिर परिसर – यहाँ भगवान विष्णु और अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियाँ स्थापत्य कला का अनोखा उदाहरण हैं।

क्या करें?

वन सफारी – माधव राष्ट्रीय उद्यान में सुबह या शाम की सफारी जरूर लें।

फोटोग्राफी – प्रकृति, इतिहास और संस्कृति का अद्भुत संगम आपको कैमरे से दूर नहीं रहने देगा।

स्थानीय भोजन – यहाँ का पारंपरिक मालवी और बुंदेली खाना जरूर चखें।

कैसे पहुँचे?

निकटतम रेलवे स्टेशन: शिवपुरी रेलवे स्टेशन, ग्वालियर (110 किमी)

निकटतम हवाई अड्डा: ग्वालियर

सड़क मार्ग: ग्वालियर, झाँसी, भोपाल और इंदौर से सड़क मार्ग द्वारा आसानी से पहुँचा जा सकता है

ठहरने की व्यवस्था

शिवपुरी में मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा संचालित रिसॉर्ट्स, लॉज और कई निजी होटल उपलब्ध हैं। यदि आप प्रकृति के करीब रहना चाहते हैं, तो माधव राष्ट्रीय उद्यान के पास रिसॉर्ट एक बेहतरीन विकल्प हो सकते हैं।

यात्रा का सर्वोत्तम समय

अक्टूबर से मार्च के बीच का मौसम शिवपुरी घूमने के लिए सबसे उपयुक्त है। इस समय तापमान सुखद होता है और वन्यजीव भी अधिक दिखते हैं।

शिवपुरी एक ऐसा स्थल है जहाँ इतिहास के पदचिन्ह, राजसी भव्यता, प्राकृतिक सौंदर्य और आध्यात्मिक शांति— सब एक साथ मिलते हैं। यह पर्यटन के शोरगुल से दूर, आत्मिक और सुकून भरी यात्रा के लिए आदर्श स्थल है। यदि आप मध्य प्रदेश की अनदेखी विरासत को महसूस करना चाहते हैं, तो शिवपुरी की यात्रा जरूर करें।

- प्रीटी

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