Unlock 5 का 92वां दिन: देश में कोविड-19 से ठीक होने की दर 96 प्रतिशत के पार पहुंची

Coronavirus

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कोविड-19 टीकाकरण से संबंधित संवाद रणनीति जारी की जिसमें आशंकाओं को दूर कर टीके की स्वीकार्यता सुनश्चित करने के लिए सही और पारदर्शी सूचना उपलब्ध कराने की बात कही गई है।

भारत ने कोविड-19 के खिलाफ जंग में एक और महत्‍वपूर्ण उपलब्धि हासिल कर ली है। मरीजों के ठीक होने की दर राष्‍ट्रीय स्‍तर पर 96 प्रतिशत को पार कर गई, जो विश्‍व में किसी भी देश द्वारा प्राप्‍त सबसे अधिक स्वस्थ होने की दर में से एक है।केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को इस बारे में बताय। मंत्रालय ने बताया कि ठीक हुए कुल मरीजों की संख्‍या 98.6 लाख (98,60,280) को पार कर गई है, जो विश्‍व में सर्वाधिक है। 

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नाइट कर्फ्यू के दौरान कनॉट प्लेस पर लोगों के एकत्र होने की अनुमति नहीं

 दिल्ली सरकार द्वारा कोविड-19 और ब्रिटेन में सामने आये इसके नए स्वरूप (स्ट्रेन) के संक्रमण के मद्देनजर 31 दिसम्बर और एक जनवरी को लगाये गये रात्रिकालीन कर्फ्यू के दौरान कनॉट प्लेस और इंडिया गेट जैसे स्थानों पर लोगों के एकत्र होने की अनुमति नहीं दी जायेगी। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। रात्रिकालीन कर्फ्यू 31 दिसंबर की रात 11 बजे से एक जनवरी की सुबह छह बजे तक और एक जनवरी की रात 11 बजे से दो जनवरी की सुबह छह बजे तक लागू रहेगा। दिल्ली पुलिस के पीआरओ ईश सिंघल ने कहा, ‘‘31 दिसम्बर और एक जनवरी को रात 11 बजे तक कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करते हुए लोगों के एकत्र होने की अनुमति है। लेकिन रात 11 बजे से अगले दिन सुबह छह बजे तक कनॉट प्लेस और इंडिया गेट जैसे स्थानों पर लोगों के एकत्र होने की अनुमति नहीं होगी।’’ सिंघल ने कहा, ‘‘केवल लाइसेंस प्राप्त परिसरों को इससे छूट दी गई है। वे अपनी लाइसेंस शर्त के साथ काम करना जारी रख सकते हैं, जिसमें पचास प्रतिशत कर्मचारियों की क्षमता और अन्य प्रोटोकॉल शामिल हैं।’’ उन्होंने कहा कि नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया जायेगा। उन्होंने कहा कि लोगों से अनुरोध है कि जहां तक संभव हो नए साल का जश्न अपने घरों में ही मनाये।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड-19 टीकाकरण के लिए संवाद रणनीति जारी की

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कोविड-19 टीकाकरण से संबंधित संवाद रणनीति जारी की जिसमें आशंकाओं को दूर कर टीके की स्वीकार्यता सुनश्चित करने के लिए सही और पारदर्शी सूचना उपलब्ध कराने की बात कही गई है। इस 88 पन्नों के दस्तावेज में देश के सभी राज्यों में सभी लोगों को कोविड-19 टीकों और टीकाकरण की प्रक्रिया के बारे में सूचना उपलब्ध कराने के लिए राष्ट्रीय, राज्य और जिला स्तरीय संवाद गतिविधियों के बारे में व्यापक जानकारी उपलब्ध कराई गई है। मंत्रालय ने कहा कि संवाद रणनीति में टीके के बारे में आशंकाओं को दूर कर इसकी स्वीकार्यता सुनिश्चित करने तथा इसे प्रोत्साहन देने के लिए उचित समय पर बिलकुल सही और पारदर्शी सूचना प्रचारित करने की बात कही गई है। दस्तावेज के अनुसार रणनीति टीके की मांग पूरी न होने और लोगों के बीच इसकी ‘उत्सुकता’ को लेकर पैदा हो सकने वाली किसी संभावित निराशा को प्रबंधित और दूर करने पर केंद्रित है। यह किसी मिथक या गलत अवधारणा की वजह से टीके की सुरक्षा और प्रभाव संबंधी आशंकाओं के चलते टीका लगवाने में ‘झिझक’ जैसी समस्या का समाधान करने पर भी केंद्रित है। रणनीति टीकाकरण कार्यक्रम के दौरान संभावित जोखिम के बारे में सूचना देने तथा किसी अवांछित संकट को कम करने पर भी केंद्रित है। मंत्रालय ने कहा कि रणनीति पारदर्शिता के जरिए कोविड-19 टीके में लोगों का विश्वास पैदा करने तथा इससे संबंधित किसी गलत सूचना और अफवाहों से निपटने पर भी केंद्रित है। इस उद्देश्य को मंत्रालय तीन तरह से हासिल करना चाहता है जिसमें सामाजिक प्रभाव या विशेषज्ञों का समर्थन, राष्ट्रीय मीडिया त्वरित प्रतिक्रिया प्रकोष्ठ स्थापित कर इसकी मदद लेने तथा सामुदायिक गतिशीलता एवं अग्रिम पंक्तियों के कर्मियों की मदद लेना शामिल है।   

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राजस्थान में कोविड-19 के 689 नए मामले 

राजस्थान में बृहस्पतिवार को कोविड-19 के 689 नये मामले सामने आये जिससे राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 3,08,243 हो गई। वहीं राज्य में संक्रमण से सात और लोगों की मौत होने से राज्य में मरने वालों की संख्‍या बढ़कर 2696 हो गयी। यह जानकारी अधिकारियों ने दी। अधिकारियों ने बताया कि बृहस्पतिवार शाम छह बजे तक के बीते 24 घंटे में राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण से सात और मौतें हुई हैं जिससे मरने वालों की संख्या बढ़कर 2696हो गयी। उन्होंने बताया कि राज्य में अब तक जयपुर में 501,जोधपुर में 289,अजमेर में 219,बीकानेर में 166, कोटा में 166,भरतपुर में 120,उदयपुर में 110,पाली में 109और सीकर में 97संक्रमितों की मौत हो चुकी है। उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार को राज्य में 957लोग कोरोना वायरस संक्रमण से ठीक हुए जिससे राज्य में अब तक ठीक हुए मरीजों की संख्या बढ़कर 2,95,987 हो गई है। उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार को संक्रमण के 689नये मामले सामने आने से राज्य में वायरस से संक्रमितों कीकुल संख्या बढ़कर 3,08,243हो गयी जिनसे से 9,560रोगी उपचाराधीन हैं। उन्होंने बताया कि नये मामलों में जयपुर में 129, जोधपुर में 109, कोटा में 64, नागौर में 46, भीलवाडा में 39, उदयपुर में 37, अजमेर में 33नये संक्रमित शामिल हैं।

उत्तराखंड में कोविड-19 के 304 नए मामले

उत्तराखंड में बृहस्पतिवार को कोविड-19के 304नये मामले सामने आये जबकि पांच और मरीजों की संक्रमण से मौत हो गई। यहां प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार, 304 नये मरीजों के मिलने के साथ ही प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या बढ़कर 90920 हो गयी। बुलेटिन के अनुसार नये मामलों में से सर्वाधिक 108मामले नैनीताल जिले में सामने आए जबकि देहरादून में 99 और ऊधमसिंह नगर में 25नये मरीज मिले। बृहस्पतिवार को प्रदेश में पांच और कोविड-19 मरीजों की मौत हो गई जिससे राज्य में मृतक संख्या बढ़कर 1509 हो गई। बुलेटिन के अनुसार प्रदेश में बृहस्पतिवार को 539 और मरीज उपचार के बाद स्वस्थ हो गए। अब तक कुल 83506 मरीज उपचार के बाद स्वस्थ हो चुके हैं और उपचाराधीन मामलों की संख्या 4719 है। प्रदेश में कोविड-19 के 1186 मरीज प्रदेश से बाहर चले गए हैं।

कोविड-19: नगालैंड में छह नए मरीज सामने आए

नगालैंड में बृहस्पतिवार को कोविड-19 के छह नए मामले सामने आने के बाद कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़कर 11,927 हो गए। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री एस पी फोम ने यह जानकारी दी। स्वास्थ्य विभाग के निदेशक डॉ डेनिस हांसिंग ने बताया कि राज्य में अभी 202 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है। राज्य में अब तक कुल 79 मरीजों की मौत हो चुकी है। उन्होंने बताया कि राज्य में मरीजों के ठीक होने की दर बढ़कर 96.53 प्रतिशत हो गई है और अब तक कुल 11,514 लोग संक्रमणमुक्त हो चुके हैं। 

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महाराष्ट्र में कोरोना के 3,509 नए मामले

महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण के 3509 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या बृहस्पतिवार को बढ़कर 19,31,112 हो गई। स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी। आगे विभाग ने बताया कि इसी अवधि में कोविड-19 के 58 और रोगियों की मौत के बाद राज्य में मृतकों की संख्या बढ़कर 49,521 हो गई है। विभाग ने एक बयान में बताया कि 3,612 रोगियों को अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद राज्य में ठीक हो चुके लोगों की कुल संख्या 18,28,546 हो गई है। राज्य में फिलहाल 52,902 रोगियों का इलाज चल रहा है।

 कोविड-19 की चुनौतियों से चिकित्सा बिरादरी के भीतर की ताकत सामने आई

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोविड-19 महामारी की चुनौतियों से भारतीय चिकित्सा बिरादरी के भीतर की शक्तियां सामने आयीं। एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कभी-कभी यह मानना कठिन होता है कि कोविड-19 के कारण अचानक पैदा हुई चुनौतियों से निपटने के लिए कितनी तेजी से चिकित्सा बिरादरी के सदस्य तैयार हो गए। कार्मिक राज्य मंत्री सिंह ने कहा, ‘‘प्रशंसनीय नतीजे इस तथ्य को साबित करते हैं कि आज के भारत में महामारी से निपटने के प्रभावी प्रबंधन का उदाहरण दूसरे देशों को दिया जा सकता है, जिन्हें चिकित्सा सुविधाओं के मामले में उन्नत माना जाता है और जिनके पास बेहतर संसाधन हैं।’’ जितेंद्र सिंह जाने-माने मधुमेह विशेषज्ञ (डायबिटोलॉजिस्ट) भी हैं। कोविड-19 मरीजों की सेवा करते हुए जान गंवाने वाले चिकित्सा पेशेवरों को श्रद्धांजलि देते हुए उन्होंने कहा कि डॉक्टर को मुश्किल घड़ी में देवता के समान माना जाता है और लोग ऐसा सोचते हैं कि डॉक्टर बीमार नहीं पड़ते। हालांकि सच यह है कि कोरोना वायरस के मरीजों का उपचार करने वाले चिकित्सा पेशेवर खतरे को जानकर भी अपनी ड्यूटी से कभी पीछे नहीं हटे। कार्यक्रम के दौरान मंत्री ने नामी कोरोना योद्धा डॉक्टरों और चिकित्सा पेशेवरों को पुरस्कार भी दिए। एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया को कार्यक्रम में ‘‘लाइफटाइम अचीवमेंट’’ पुरस्कार दिया गया।  

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ब्रिटेन से दिल्ली लौटे 38 लोग कोविड-19 संक्रमित

ब्रिटेन से हाल में दिल्ली लौटे चार लोगों के कोरोना वायरस के नए प्रकार (स्ट्रेन) से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। यह जानकारी दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बृहस्पतिवार को दी। संवाददाताओं से बातचीत करते हुए जैन ने कहा कि ब्रिटेन से दिल्ली आए कुल 38 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है और उन्हें लोक नायक जयप्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल परिसर में अलग संस्थागत पृथकवास में रखा गया है। उन्होंने बताया, ‘‘चार ऐसे मरीज हैं जिनके, ब्रिटेन में मिले कोरोना वायरस के नए प्रकार से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। उनके संपर्क में आए लोगों का पता लगाकर उनकी जांच की जा चुकी है और उनमें संक्रमण नहीं मिला है। इस तरह दिल्ली में वायरस के नए प्रकार से संक्रमित यही चार मरीज हैं।’’ जैन ने कहा, ‘‘उड़ानों पर रोक लग चुकी है जो लोग पहले आ गए थे उनका पता लगाया जा रहा है और तेजी से जांच की जा रही है।’’ प्राधिकारियों ने बताया कि कि बुधवार को दिल्ली में कोविड-19 के 677 नए मामले सामने आए जबकि 21 और मरीजों की मौत हुई। वहीं दिल्ली में संक्रमण दर गिरकर महज 0.8 प्रतिशत रह गई है। जैन ने कहा, ‘‘संक्रमण की दर सात नवंबर के 15.26 प्रतिशत से गिरकर 0.8 प्रतिशत पर आ गई है। करीब 85 प्रतिशत बिस्तर खाली हैं, स्थिति में बहुत सुधार आया है। इसलिए एलएनजेपी और जीटीबी अस्पताल को आंशिक रूप से कोविड-19 मरीजों के लिए रखने का फैसला किया गया है। जल्द ही इनमें ओपीडी सहित बाकी सेवाएं क्रमवार तरीके से शुरू होंगी।’’ टीकाकरण की तैयारियों के बारे में उन्होंने बताया कि एक हजार टीकारण केंद्रों की स्थापना की गई है।  

नववर्ष की पूर्व संध्या पर पश्चिम बंगाल में नहीं लगेगा नाइट कर्फ्यू

पश्चिम बंगाल में नववर्ष की पूर्व संध्या पर रात में कर्फ्यू नहीं लगेगा क्योंकि राज्य में हालात प्रतिकूल नहीं हैं। राज्य के शीर्ष अधिकारी ने इस बारे में बताया। पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव अलापन बंदोपाध्याय ने कहा कि राज्य सरकार हालांकि इस अवसर पर लोगों के जमावड़े को रोकने के लिए हर एहतियाती उपाय करेगी। बंदोपाध्याय ने कहा कि मौजूदा हालात ऐसे नहीं हैं कि रात का कर्फ्यू लगाया जाए। उन्होंने बुधवार को कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल में कुछ जगहों पर नववर्ष के जश्न के लिए आयोजन किया जा रहा है। अगर लोग कोविड-19 के दिशानिर्देशों और सुरक्षा संबंधी नियमों का पालन करेंगे और पुलिस एवं प्रशासन को सहयोग करेंगे तो भीड़ से बचा जा सकता है।’’ कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए गृह मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को जरूरत पड़ने पर रात के कर्फ्यू जैसे स्थानीय प्रतिबंध लगाने की अनुमति दी है। कोलकाता में ब्रिटेन से लौटे एक यात्री में नए कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि होने के बाद मुख्य सचिव ने लोगों को एहतियात बरतने और उन्हें मास्क पहनने तथा सामाजिक दूरी जैसे नियमों का पालन करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा, ‘‘लोगों को निश्चित रूप से पुलिस और प्रशासन के साथ सहयोग करना चाहिए। पार्क स्ट्रीट और विक्टोरिया मेमोरियल जैसी जगहों पर भीड़ उमड़ने की संभावना को देखते हुए विशेष सहायता केंद्र बनाए गए हैं।’’ कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देश के अनुसार, नववर्ष की पूर्व संध्या पर भीड़ जमा होने से रोकने के लिए और कोविड-19 के नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए कोलकाता पुलिस ने सभी कदम उठाए हैं। 

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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