भारत को अगले 20 साल में 31,000 पॉयलट की होगी जरूरत: Boeing

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उद्योग मंडल सीआईआई के एक कार्यक्रम के दौरान बोइंग इंडिया के अध्यक्ष सलिल गुप्ते ने अलग से बातचीत में यह भी कहा कि दक्षिण एशियाई बाजार के अगले 20 साल तक वैश्विक स्तर पर तीव्र वृद्धि वाला बाजार बने रहने की उम्मीद है।

विमान बनाने वाली अमेरिकी कंपनी बोइंग ने कहा है कि भारत को अगले 20 साल में 31,000 पायलट और 26,000 मैकेनिक की जरूरत पड़ सकती है। कंपनी ने विमान मूल उपकरण विनिर्माताओं के बढ़ते ऑर्डर के बीच यह अनुमान लगाया है। उद्योग मंडल सीआईआई के एक कार्यक्रम के दौरान बोइंग इंडिया के अध्यक्ष सलिल गुप्ते ने अलग से बातचीत में यह भी कहा कि दक्षिण एशियाई बाजार के अगले 20 साल तक वैश्विक स्तर पर तीव्र वृद्धि वाला बाजार बने रहने की उम्मीद है।

उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘भारत में जो विमान आ रहे हैं, उन्हें देखते हुए अगले 20 साल में 31,000 से अधिक पायलट तथा 26,000 मैकेनिक की जरूरत होगी। यह भारतीय विकास गाथा का उतना ही महत्वपूर्ण हिस्सा है जितना कि विमान ऑर्डर।’’ बोइंग इंडिया के शीर्ष अधिकारी ने कहा कि भारत की हवाई यातायात वृद्धि को देखते हुए बुनियादी ढांचे को मजबूत बनाने पर बहुत अधिक ध्यान देने की जरूरत होगी। इसमें हवाईअड्डे के साथ-साथ पायलट तथा अन्य चीजें भी शामिल हैं।

टाटा समूह की विमानन कंपनी एयर इंडिया ने पिछले महीने बोइंग और यूरोप की प्रमुख विमानन कंपनी एयरबस दोनों को कुल 470 विमानों के लिये ऑर्डर देने की घोषणा की थी। बोइंग ने पिछले सितंबर में अनुमान जताया था कि वर्ष 2040 तक भारत के हवाई यातायात में लगभग सात प्रतिशत की वृद्धि होगी। गुप्ते ने यह भी कहा कि महामारी से बाहर आने के बाद हवाई यात्रा की मांग में हुए सुधार ने दुनिया को स्तब्ध कर दिया है और बोइंग को हवाई यात्रा के विकास पर वित्तीय संकट का कोई भी प्रभाव नहीं दिखता है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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