KYC धोखाधड़ी से खुद को बचाएं! स्कैमर इस ऐप से खाली कर रहा आपका अकाउंट

How to protect yourself from KYC fraud
निधि अविनाश । Aug 6 2021 10:15PM

बता दें कि केवाईसी से ग्राहक सबसे ज्यादा धोखाधड़ी के शिकार हो रहे है। आपको जानकार हैरानी होगी लेकिन साइबर फ्रॉड के टॉप 10 में सबसे उपर KYC ऐसा हथियार बन गया है जोकि सेकंड में आपके फोन से अकाउंट खाली कर रहा है।

कोरोना महामारी के कारण भारत में डिजिटल भुगतान आम लोगों में ज्यादा अपनाया गया। इस महामारी के कारण भारत में कैश से लेनदेन की जगह डिजिटल वॉलेट और इंटरनेट बैंकिंग को बढ़ावा दिया गया लेकिन इससे स्कैम और साइबर अपराध भी काफी तेजी से बढ़ रहे है। हाल ही में दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने KYC यानि Know Your Customer के लिए आम लोगों को चेतावनी दी है। बता दें कि केवाईसी से ग्राहक सबसे ज्यादा धोखाधड़ी के शिकार हो रहे है। आपको जानकार हैरानी होगी लेकिन साइबर फ्रॉड के टॉप 10 में सबसे उपर KYC  ऐसा हथियार बन गया है जोकि सेकंड में आपके फोन से अकाउंट खाली कर रहा है।

नकली ऐप से हो रहे लोग शिकार

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गूगल प्लेस्टोर में देखा कि अगर आप KYC टाइप करते है तो साइबर अपराधियों के पसंदीदा टीम व्युवर क्विक सपोर्ट करके एक ऐप सामने आ जाता है जिसे युजर KYC ऐप अपडेट समझने की भूल कर देते है और जैसे ही लिंक पर क्लिक करते है यह ऑटोमेटिक आपके फोन पर डाउनलोड हो जाता है। इसके इंस्टॉल होते ही यह आपके फोन का पूरा रिमोट कंट्रोल जालसाजों के हाथो में आ जाता है। इसका शिकार होते ही आपका अकाउंट धीरे-धीरे खाली होने लगेगा। इस बड़ी समस्या से निपटने के लिए दिल्ली पुलिस ने गूगल को एक मेल लिखा है और इसे जल्द से जल्द हटाने को कहा है। आपको बता दें कि स्कैमर आपके फोन पर फोन करके सिम की KYC करने की भी बात करेगा, ऐसे फओन खासकर उन लोगों को आते है जिन्होनें बीते दिनों में अपना नंबर पोर्ट कराया होता है। स्कैमर आपके फोन पर पहले KYC पूरी नहीं होने पर सिम बंद करने की आखिरी तारीख का मैसेज भेजेगा जिसे आप इगनोर भी कर देंगे लेकिन ठीक साइबर ठगों के हिसाब से KYC की आखिरी तारीख पर साइबर ठगों के कस्टमर केयर के नाम पर कॉल आने शुरू हो जाते है और ऑनलाइन KYC पूरा करने का जोर देते है। जैसे ही आप KYC के लिए तैयार होते है वैसे ही ठग गूगल प्ले स्टोर से टीम व्युवर्स ऐप इंस्टॉल करा देते हैं।

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आपको बता दें कि, कोविड -19 महामारी के बाद से, बैंकों ने ग्राहकों को केवाईसी प्रक्रिया को डिजिटल रूप से पूरा करने की अनुमति देना शुरू कर दिया है। जालसाज निजी डेटा और यहां तक ​​कि भोले-भाले उपभोक्ताओं के पैसे तक पहुंच हासिल करने के लिए केवाईसी का उपयोग एक फेक कॉल के रूप में करते हैं। कई जालसाज भोले-भाले जमाकर्ताओं को फोन पर केवाईसी करने का आश्वासन भी देते हैं। डिजिटल गोपनीयता और जागरूकता की कमी ने कई लोगों को इन प्रयासों का शिकार बना दिया है जिसके कारण लाखों लोगों ने अपने पैसे गंवाए हैं।  

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