खदान अधिकारियों का दावा, ट्रेड यूनियन्स की हड़ताल से कामकाज पर नहीं पड़ा ज्यादा असर

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एनटीपीस के पूर्वी क्षेत्र के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी विश्वनाथ चंदन ने बताया कि कर्मचारियों ने कुछ स्थानों पर कुछ समय के लिए धरना प्रदर्शन किया लेकिन इससे कंपनी के विद्युत उत्पादन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा।

रांची। देश की दस ट्रेड यूनियनों द्वारा केन्द्र सरकार की कामगारों एवं किसानों से जुड़ी विभिन्न नीतियों के खिलाफ बृहस्पतिवार को बुलाई गयी देशव्यापी हड़ताल के बीच झारखंड में खदानों में कामकाज पर ज्यादा असर देखने को नहीं मिला। जहां ट्रेड यूनियन्स ने राज्य में अनेक स्थानों पर अपनी हड़ताल सौ प्रतिशत सफल होने का दावा किया वहींधनबाद, रामगढ़, साहिबगंज एवं राजधानी रांची में भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल), सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड और ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की खदानों के अधिकारियों ने दावा किया है कि उनके यहां पूरी क्षमता से कार्य हुए और कहीं से भी काम रुकने की कोई सूचना नहीं है। 

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रामगढ़ में सीसीएल के कमांड क्षेत्र बरका सयालके महाप्रबंधक अमरेश सिंह ने बताया कि खदानों में खनन में किसी प्रकार की रुकावट नहीं आयी इसी प्रकार एनटीपीस के पूर्वी क्षेत्र के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी विश्वनाथ चंदन ने बताया कि कर्मचारियों ने कुछ स्थानों पर कुछ समय के लिए धरना प्रदर्शन किया लेकिन इससे कंपनी के विद्युत उत्पादन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। बीसीसीएल के प्रबंध निदेशक गोपाल सिंह ने कहा कि धनबाद और आसपास के क्षत्रों में आज की ट्रेड यूनियन्स की हड़ताल के बीच कामकाज सामान्य रहा। दूसरी ओर धनबाद में राष्ट्रीय कोइलरी मजदूर संघ के महासचिव एके झा ने दावा किया कि राज्य में ट्रेड यूनियन की हड़ताल में सौ प्रतिशत कामकाज बाधित रहे।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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