निजी Cryptocurrency पर बैन लगाने की तैयारी में मोदी सरकार, currency हो गईं क्रैश
लोकसभा सचिवालय के अनुसार, संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान क्रिप्टोकरेंसी एवं आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विनियमन विधेयक 2021 पेश किया जायेगा। इसमें आरबीआई द्वारा जारी की जाने वाली आधिकारिक डिजिटल मुद्रा के निर्माण की सुविधा की बात कही गई है।
केंद्र की मोदी सरकार लगातार क्रिप्टो करेंसी पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है। जानकारी के मुताबिक सभी निजी क्रिप्टोकरेंसीज को सरकार बैन कर सकती है। इसके लिए सरकार शीतकालीन सत्र में एक बिल भी लेकर आ सकती हैं। इस खबर के आने के साथ ही सभी प्रमुख क्रिप्टो करेंसी पूरी तरीके से धड़ाम हो गई। आलम यह रहा कि क्रिप्टो करेंसी में 15 फ़ीसदी से ज्यादा की गिरावट देखी गई। बिटकॉइन में करीब 15 फ़ीसदी की गिरावट देखी गई तो वहीं Ethereum में 12 फ़ीसदी की गिरावट आई। Tether में 6 फ़ीसदी की जबकि यूएसटी कॉइन में भी 8 फ़ीसदी की गिरावट देखी गई।
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लोकसभा सचिवालय के अनुसार, संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान क्रिप्टोकरेंसी एवं आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विनियमन विधेयक 2021 पेश किया जायेगा। इसमें आरबीआई द्वारा जारी की जाने वाली आधिकारिक डिजिटल मुद्रा के निर्माण की सुविधा की बात कही गई है। इस विधेयक में भारत में सभी तरह के निजी क्रिप्टोकरेंसी को प्रतिबंधित करने की बात कही गई है। हालांकि, इसमें कुछ छूट की बात भी कही गई है, ताकि क्रिप्टोकरेंसी से संबंधित प्रौद्योगिकी एवं इसके उपयोग को प्रोत्साहित किया जाए।
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लोकतांत्रिक देश सुनिश्चित करें क्रिप्टो-करेंसी गलत हाथों में ना जाए: मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी लोकतांत्रिक देशों से साथ मिलकर यह सुनिश्चित करने का आह्वान किया कि वे क्रिप्टो-करेंसी गलत हाथों में ना जाने दें, अन्यथा युवाओं का भविष्य बर्बाद हो सकता है। उन्होंने डिजिटल क्रांति से उभरती चुनौतियों से निपटने के लिए समान सोच वाले देशों के एकजुट होने की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने डिजिटल युग में डाटा को सबसे महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि भारत में हमने डाटा सुरक्षा, निजता और सुरक्षा के लिए एक मजबूत ढांचा तैयार किया है। साथ ही साथ हम इसका उपयोग लोगों के सशक्तिकरण के स्रोत के रूप में कर रहे हैं। उन्होंने क्रिप्टो-करेंसी या बिटकॉइन का उदाहरण देते हुए कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि सभी लोकतांत्रिक देश साथ काम करें और यह सुनिश्चित करें कि यह गलत हाथों में ना जाए, जो हमारे युवाओं को बर्बाद कर सकता है।
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क्या है क्रिप्टो करेंसी
क्रिप्टो करेंसी एक डिजिटल करेंसी है। इसे आप न तो देख सकते हैं, न छू सकते हैं, क्योंकि भौतिक रूप में क्रिप्टो करेंसी का मुद्रण नहीं किया जाता। इसलिए इसे आभासी मुद्रा कहा जाता है। यह पिछले कुछ सालों में ऐसी करेंसी काफी प्रचलित हुई है। क्रिप्टो करेंसी एक ऐसी मुद्रा है जो कंप्यूटर एल्गोरिथ्म पर बनी होती है। यह एक स्वतंत्र मुद्रा है जिसका कोई मालिक नहीं होता। यह करेंसी किसी भी एक अथॉरिटी के काबू में भी नहीं होती। यह एक डिजिटल करेंसी होती है जिसके लिए क्रिप्टोग्राफी का प्रयोग किया जाता है। आमतौर पर इसका प्रयोग किसी सामान की खरीदारी या कोई सर्विस खरीदने के लिए किया जा सकता है।
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