विश्व कप में दबाव में होगी भारतीय टीम : शोएब अख्तर

Shoaib Akhtar
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ईशान किशन कहीं भी खेल सकता है।’’ उन्होंने भी युजवेंद्र चहल को टीम में नहीं लिये जाने पर हैरानी जताई। उन्होंने कहा ,‘‘ चहल को नहीं चुनना मेरी समझ से परे है। भारतीय टीम 150 . 200 पर आउट होने पर बल्लेबाज बढाती है लेकिन गेंदबाज नहीं। आठवें नंबर तक बल्लेबाजी रखने का क्या मतलब है।शीर्ष पांच कुछ नहीं कर पायेंगे तो सातवें आठवें नंबर के बल्लेबाज क्या कर लेंगे।

पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर का मानना है कि अपनी मेजबानी में खेलने और मीडिया की सुर्खियों में होने के कारण आगामी विश्व कप में भारतीय टीम काफी दबाव में होगी। शोएब ने कहा कि दुनिया की नंबर एक वनडे टीम पाकिस्तान के लिये यह खिताब जीतने का सुनहरा मौका है जिससे गंभीर आर्थिक परेशानियों से जूझरहे देशवासियों को खुश होने का एक मौका मिलेगा। भारत ने 2013 चैम्पियंस ट्रॉफी के बाद कोई आईसीसी खिताब नहीं जीता है। शोएब ने स्टार स्पोटर्स द्वारा आयोजित वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में कहा ,‘‘ पाकिस्तान भारत में एकदम अकेला होगा। उस पर कोई दबाव नहीं होगा। अपनी मेजबानी में अपने दर्शकों के सामने खेलने का दबाव भारत पर होगा।

हम बेहतर खेलेंगे।’’ उन्होंने कहा ,‘‘सारे स्टेडियम भरे होंगे और दो अरब से ज्यादा लोग इसे टीवी या सोशल मीडिया पर देखेंगे।भारतीय मीडिया भी पाकिस्तान पर काफी दबाव डालेगा। वे इसे महाभारत की तरह बना देंगे। वे पहले ही भारत को विजयी घोषित कर चुके हैं। मैच से पहले इस तरह का गैर जरूरी दबाव होगा।’’ उन्होंने कहा ,‘‘इसकी वजह से भारतीय टीम पर काफी दबाव बनेगा।’’ भारत और पाकिस्तान का मुकाबला 14 अक्टूबर को अहमदाबाद में होना है। इससे पहले दोनों टीमें रविवार को एशिया कप के सुपर फोर मुकाबले में खेलेंगी और 17 सितंबर को फाइनल में भी टकरा सकती हैं। शोएब ने कहा कि विश्व कप से एक महीना पहले भारतीय टीम संयोजन में अभी भी ठहराव नहीं दिख रहा है।

उन्होंने कहा ,‘‘ पिछले दो साल में भारत अपनी एकादश नहीं चुन सका। यह बहुत अजीब है। आपका चौथे नंबर का बल्लेबाज तय नहीं है।विराट किस नंबर पर खेलेगा तीसरे, चौथे या पांचवें। ईशान किशन कहीं भी खेल सकता है।’’ उन्होंने भी युजवेंद्र चहल को टीम में नहीं लिये जाने पर हैरानी जताई। उन्होंने कहा ,‘‘ चहल को नहीं चुनना मेरी समझ से परे है। भारतीय टीम 150 . 200 पर आउट होने पर बल्लेबाज बढाती है लेकिन गेंदबाज नहीं। आठवें नंबर तक बल्लेबाजी रखने का क्या मतलब है।शीर्ष पांच कुछ नहीं कर पायेंगे तो सातवें आठवें नंबर के बल्लेबाज क्या कर लेंगे। भारत को एक गेंदबाज की कमी खलेगी।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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