दाऊद इब्राहिम को पनाह देने वाला पाकिस्तान अब बुरी तरह फँस चुका है

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देखा जाये तो दाऊद इब्राहिम की अपने यहां मौजूदगी के बारे में पाकिस्तान ने हमेशा झूठ बोला है। भारत जब भी पाकिस्तान से दाऊद इब्राहिम के प्रत्यर्पण का मुद्दा उठाता है हर बार पाकिस्तान दाऊद के अपने देश में होने से इंकार कर देता है।

अंडरवर्ल्ड सरगना दाऊद इब्राहिम एक बार फिर चर्चा में है। दरअसल, इसी सप्ताह बुधवार को ब्रिटेन की एक अदालत को बताया गया था कि यह अंडरवर्ल्ड डॉन फिलहाल पाकिस्तान में रह रहा है। लेकिन पाकिस्तान विदेश कार्यालय ने कहा है कि अंडरवर्ल्ड सरगना दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान में है ही नहीं। इस्लामाबाद में विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मुहम्मद फैसल ने अपनी साप्ताहिक प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान एक सवाल के जवाब में कहा कि दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान में नहीं है। 

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दाऊद इब्राहिम की पाकिस्तान में उपस्थिति का मुद्दा एक बार फिर इसलिए गर्माया है क्योंकि डी-कंपनी के ही एक प्रमुख सदस्य जाबिर मोती के प्रत्यर्पण मुकदमे के दौरान लंदन की वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट अदालत को अमेरिकी सरकार की वकील ने बताया कि दाऊद 1993 में मुंबई में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों को लेकर वांछित है और वह फिलहाल पाकिस्तान में है। गौरतलब है कि मुंबई बम धमाकों में 200 लोग मारे गए थे। प्रत्यर्पण के लिए अमेरिकी अटार्नी के हलफनामे के अंश के मुताबिक ‘‘डी कंपनी’’ का सरगना दाऊद इब्राहिम फिलहाल पाकिस्तान में निर्वासन में है। दाऊद और उसका भाई अनीस इब्राहिम 1993 से ही भारत से फरार हैं। अमेरिकी अटार्नी के हलफनामे में बताया गया है कि मौजूदा जांच से इस बात का खुलासा हुआ कि जाबिर मोती सीधे दाऊद को रिपोर्ट करता था यही नहीं जाबिर मोती कई बार पाकिस्तान गया है और वहां जाकर वो दाऊद के लिए कई बैठकें भी करता रहा है।

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अमेरिका के मुताबिक दाऊद आतंकी संगठन अल कायदा से करीबी संबंध रखे हुए था। इस वजह से अमेरिका ने उसे वैश्विक आतंकवादी घोषित किया था। दाऊद का सहयोगी जाबिर धन शोधन, वसूली और मादक पदार्थों की तस्करी की साजिश रचने के आरोपों को लेकर अमेरिका प्रत्यर्पित किए जाने के मुकदमे का सामना कर रहा है। जाबिर को स्कॉटलैंड यार्ड यानि लंदन महानगर पुलिस के अधिकारियों ने अगस्त 2018 को लंदन के एक होटल से गिरफ्तार किया था। 

देखा जाये तो दाऊद इब्राहिम की अपने यहां मौजूदगी के बारे में पाकिस्तान ने हमेशा झूठ बोला है। भारत जब भी पाकिस्तान से दाऊद इब्राहिम के प्रत्यर्पण का मुद्दा उठाता है हर बार पाकिस्तान दाऊद के अपने देश में होने से इंकार कर देता है। लेकिन इस बार पाकिस्तान फँस गया है। दरअसल खुफिया एजेंसियों के हाथ दाऊद की एक तसवीर लगी है जिसमें वह डी कंपनी के अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क को देखने वाले अपने सबसे खास सहयोगी जाबिर मोती से मिल रहा था। खुफिया एजेंसियों को मिली इस तसवीर में दाऊद एकदम स्वस्थ लग रहा है जबकि इससे पहले की कुछ उड़ायी गयी रिपोर्टों में कहा गया था कि दाऊद को घुटने की गंभीर बीमारी हो गयी है। भारतीय खुफिया एजेंसियों के पास इस बात के पुख्ता सुबूत हैं कि जाबिर दाऊद के कराची स्थित क्लिफंटन हाऊस के पड़ोस में ही रहता है। यही नहीं जाबिर मोती के दाऊद की पत्नी मेहजबीन और उसके बेटे मोईन नवाज़ के साथ भी बहुत अच्छे संबंध हैं।

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इस बार लंदन की कोर्ट में अमेरिकी अधिकारी के बयान के चलते पाकिस्तान को डर है कि पूरी दुनिया के सामने दाऊद इब्राहिम को लेकर उसका चेहरा बेनकाब हो सकता है। पाकिस्तान पहले अमेरिका और पूरी दुनिया के समक्ष ओसामा बिन लादेन को लेकर भी झूठ पर झूठ बोलता रहा लेकिन अमेरिका ने पाकिस्तान में लादेन को ढूंढ निकाला और सीधे ठोक डाला। अब दाऊद इब्राहिम की उपस्थिति की बात यदि पाकिस्तान स्वीकारता है तो उसकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं इसलिए वह झूठ पर झूठ और झूठ और झूठ बोले जा रहा है।

लेकिन अब भारत चुप बैठने को तैयार नहीं है। रिपोर्टों की मानें तो भारतीय एजेंसियां अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई के संपर्क में हैं। भारत के पास इस बात के सुबूत हैं कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई डी कंपनी को सहयोग करती है और उसके आतंक के कारोबार में बराबर की भागीदार है। जाबिर मोती चूँकि दाऊद इब्राहिम का खास आदमी है इसीलिए उसके पास और जानकारी होगी जिसे हासिल कर भारत पाकिस्तान को दाऊद इब्राहिम मामले में और घेर सकता है।

-नीरज कुमार दुबे

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